लखनऊ। उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा से लेकर पुलिस कल्याण और आधुनिकीकरण की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का खाका खींच जा रहा है। माफिया और अपराधियों के विरुद्ध नजीर कार्रवाई करने वाली पुलिस की सोशल मीडिया सेल से लेकर अन्य शाखाओं को भी और मजबूत किया जायेगा।
सीएम योगी के निर्देश पर कामकाज तेज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इसकी कसरत तेज हो गई है। पुलिस विभाग के अगले 100 दिन, छह माह, एक वर्ष, दो वर्ष और पांच वर्ष की अल्पकालिक, मध्यकालिक व दीर्घकालिक योजनाओं को जल्द अंतिम रूप देकर मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा
विभिन्न शाखाओं के आधुनिकीकरण से जुड़े प्रस्ताव तैयार
पुलिस की विभिन्न शाखाओं के आधुनिकीकरण से जुड़े प्रस्ताव तैयार किये गये हैं, जिनका मंगलवार को अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी के समक्ष प्रस्तुतिकरण हुआ। हर जिले में नये माफिया व अपराधियों को चिन्हित कराने के साथ ही उनके विरुद्ध कार्रवाई की मानीटरिंग बढ़ाने की विस्तृत योजना पर विमर्श किया गया।
तीन हजार और पिंक बूथ स्थापित करने की योजना पर विचार
सूत्रों का कहना है कि इसके तहत महिला व पुरुष कर्मियों को बैरक के अलावा सिंगल रूम सेट उपलब्ध कराने पर भी विचार किया गया। साथ ही पुलिसकर्मियों को सब्सिडी पर आवास उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भी रखा गया। सेफ सिटी परियोजना के तहत प्रदेश में तीन हजार और पिंक बूथ स्थापित किये जाने की भी योजना है। महिला सुरक्षा की दृष्टि से और सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराये जाने पर भी विचार हुआ
सभी पुलिसकर्मियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने की योजना
साथ ही अपराधियों को अधिकतम सजा दिलाने के लिए अभियोजना विभाग को और सुदृढ़ बनाने व अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किये जाने की योजना पर भी विचार हुआ। सभी पुलिसकर्मियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने की भी विस्तृत कार्ययोजना बन रही रही है।
सोशल मीडिया सेल को और मजबूत बनाया जायेगा।
सोशल मीडिया सेल को और मजबूत बनाया जायेगा। यूपी 112 को और आधुनिक बनाने के साथ पुलिस के रिस्पांस टाइम को और बेहतर करने, महिला व बाल सुरक्षा संगठन को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप स्थापित कराया जाने, प्रशिक्षण क्षमता बढ़ाने के लिए और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल बनाने, हर तहसील में फायर स्टेशन स्थापित करने से जुड़ी योजनाओं पर भी मंथन हुआ।