लखनऊ। राजधानी लखनऊ में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि, उन्हें कानून का भी खौफ नहीं रह गया है। रिटायर आईपीएस के बेटे को ठेका दिलाने का झांसा देते हुए दंपति ने 25 लाख रुपये हड़प लिए।
गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज
इतना ही नहीं पैसे वापस मांगने पर उससे मारपीट भी की। पुलिस कमिश्नर से शिकायत के बाद गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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विरामखंड-पांच निवासी रामस्वरूप का बेटा आशीष प्रियदर्शी ठेकेदारी करता है। उसकी दोस्ती शिवेश मिश्रा से हैं। वर्ष 2020 में शिवेश ने आशीष की पहचान सुशांत गोल्फ सिटी निवासी देवाशीष मुखर्जी से कराई थी।
कम्पनियों में ठेका दिलाने का लालच दिया
देवाशीष ने आशीष को बड़ी कम्पनियों में ठेका दिलाने का लालच दिया तो भरोसा कर 25 लाख रुपये दे दिए। दावा किया गया था कि प्रयागराज, बांदा में इलेक्ट्रिक से जुड़ा टेंडर आशीष को मिल जाएगा।
पैसे देने के बाद भी नहीं मिला टेंडर
पीड़ित के मुताबिक, रुपये देने के आठ माह बाद भी टेंडर नहीं मिला था। उसने देवाशीष से काम नहीं होने पर रुपये लौटाने के लिए कहा था।
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आशीष के मुताबिक, उसने एलएंडटी, बजाज के अधिकारियों से मिल कर बात की थी तो उन्होंने किसी देवाशीष को पहचानने से मना कर दिया। कम्पनी की तरफ से टेंडर नहीं निकाले जाने का दावा किया था।
पैसे लौटाने के बहाने बुलाकर की मारपीट
ठग के मंसूबे पता चलने आशीष ने रुपये वापस मांगे तो देवाशीष ने जीवन प्लाजा के पास बुलाया था। जहां देवाशीष के साथ साला मोनू और पत्नी मौजूद थे। रुपये मांगने पर तीनों लोगों ने आशीष से मारपीट की।
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इन लोगों के खिलाफ केस दर्ज
किसी तरह से ठेकेदार बच कर घर पहुंचा। इंस्पेक्टर गोमतीनगर के मुताबिक देवाशीष, पत्नी और साले मोनू के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है।