औरेया। भारी बारिश और बाढ़ के कारण कई इलाकों में त्राहिमाम मचा हुआ है. वहीं नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. वहीं यमुना नदी में बाढ़ से प्रभावित गांवों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साेमवार को हवाई सर्वेक्षण किया।
सीएम योगी ने इटावा, औरैया और बुंदेलखंड का किया हवाई सर्वेक्षण
सीएम योगी ने इटावा और औरैया समेत बुंदेलखंड के जिलों का भी जायजा लिया। रविवार देर रात कार्यक्रम जारी होने के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर था। राजकीय हेलीकाप्टर से वह गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड दिबियापुर पहुंचे थे। यहां बने हेलीपैड पर हेलीकाप्टर की लैंडिंग के बाद वह कार से ककोर मुख्यालय के लिए रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ प्रभावितों को बांटी राहत सामग्री
सीएम ने अजीतमल और सदर तहसील के आधा दर्जन से ज्यादा बाढ़ प्रभावित गांव का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुख्यालय में मुलाकात करते हुए उन्हें राहत सामग्री देने के बाद जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश से हालात खराब
बता दें कि, उत्तर भारत के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण हालात काफी खराब हो गए हैं. पहाड़ी इलाकों पर लैंडस्लाइड की खबरें आ रही हैं, तो मैदानी इलाकों में बाढ़ के हालात हैं. हिमाचल, उत्तराखंड, यूपी, बंगाल समेत देश के कई राज्य इस वक्त प्रकृति की मार झेल रहे हैं.
वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी गंगा खतरे के निशान को पार कर चुकी है. वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. जिसके चलते गंगा तटों के बाद नदी का पानी रिहायशी इलाकों में जा पहुंचा है.
हजारों घरों में बाढ़ का पानी घुसने से जलप्रलय जैसे हालात
वाराणसी में गंगा किनारे और गंगा की सहायक नदी वरुणा के किनारे बसे हजारों घरों में बाढ़ का पानी घुसने से जलप्रलय जैसे हालात पैदा हो चुके है. जिससे बचने के लिए लोगों का पलायन भी शुरू हो चुका है. लोगों बाढ़ प्रभावित स्थानों से कहीं और या फिर बाढ़ राहत शिविरों का रुख कर रहें हैं, लेकिन वहां भी व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है.