रायबरेली।
जिले के शिक्षा विभाग में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने सनसनी फैला दी है। मृतक के पिता ने अपने बेटे की मौत के पीछे उसकी पत्नी को जिम्मेदार ठहराते हुए हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का दावा है कि पारिवारिक विवाद और नौकरी तथा फंड-पेंशन के लालच में बेटे की जान ले ली गई।
घटना की पूरी कहानी
जानकारी के अनुसार, मृतक राजेश कुमार रायबरेली बीएसए ऑफिस में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे। 26 जून 2025 को राजेश की पत्नी सावित्री देवी से कहासुनी हुई थी। परिजनों का आरोप है कि इसी दौरान सावित्री देवी ने राजेश कुमार की बेरहमी से पिटाई की, जिसमें उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं।
अगले दिन यानी 27 जून को इस घटना की रिपोर्ट कोतवाली नगर में अपराध संख्या 304/25 के तहत दर्ज की गई थी। गंभीर चोटों के कारण राजेश कुमार का लंबे समय तक इलाज चला, लेकिन वे पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो सके। आखिरकार 20/21 अगस्त की रात उनकी मौत हो गई।
पिता का गंभीर आरोप
मृतक के पिता पुत्तू लाल ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर देते हुए आरोप लगाया है कि उनकी बहू सावित्री देवी ने बेटे की हत्या की है। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पुरानी सिर की चोटें बताई गई हैं, जिससे साफ है कि जून महीने की पिटाई ही राजेश की मौत का कारण बनी।
उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बहू ने नौकरी और फंड-पेंशन पर कब्जा करने के लिए बेटे की जान ली। पुत्तू लाल ने मांग की है कि मामले में दर्ज मुकदमे में धारा 103(1) बीएनएस (हत्या) जोड़ी जाए और आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जाए।
परिजनों में आक्रोश
मृतक के भाई अवधेश कुमार ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि राजेश कुमार की मौत साधारण नहीं है, बल्कि सोची-समझी साजिश का नतीजा है। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते गंभीरता दिखाई होती तो शायद राजेश की जान बचाई जा सकती थी।
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