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बरेली में राजस्व टीम के सामने किसान की हत्या, गले की हड्डी टूटी… शरीर पर चोट के निशान, ऐसे खुला राज

फरीदपुर थाना क्षेत्र के बंजरिया गांव में चक मार्ग की पैमाइश के दौरान किसान पप्पू यादव (40) की मौत हो गई। पुलिस पहले इसे सामान्य मौत मानकर चल रही थी, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई है। किसान के गले की हड्डी टूटी मिली। शरीर पर चोट के निशान भी मिले थे। बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र के बंजरिया गांव में राजस्व टीम के सामने चकरोड की पैमाइश विवाद के दौरान किसान पप्पू यादव की मौत सामान्य नहीं थी। पोस्टमॉर्टम में गला दबाने व ट्रैकिया टूटने से हत्या की पुष्टि हुई है। शुक्रवार को मृतक के परिवार ने घर के बाहर शव रखकर तीन घंटे तक हंगामा किया। सीओ के आश्वासन पर शव का अंतिम संस्कार किया गया।पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार दोपहर पप्पू यादव का शव घर लाया गया। पहले से गांव में तैनात पुलिस ने अंतिम संस्कार करने के लिए कहा, पर आक्रोशित परिजनों ने हंगामा करते हुए मना कर दिया। परिजन ट्रॉली पर शव रखकर हाईवे पर जाम लगाने की तैयारी करने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी और उनके द्वारा तालाब पर कब्जा कर किए निर्माण को ध्वस्त नहीं कराया जाएगा, तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। एसडीएम फरीदपुर को बुलाने की मांग पर अड़ गए।एसडीएम मल्लिका नैन मौके पर पहुंचीं। परिजनों को आरोपियों की गिरफ्तारी करने, सरकारी तालाब खाली कराने और चकरोड को नक्शे के अनुसार बनवाने का आश्वासन दिया। करीब तीन घंटे विरोध-प्रदर्शन के बाद परिजन मान गए और अंतिम संस्कार कर दिया।

शरीर पर मिले चोटों के निशान
पोस्टमॉर्टम में गले की हड्डी टूटी मिली। गले व शरीर के अन्य हिस्सों पर चोटों के निशान मिले। इससे पुष्टि हुई कि घटना के दौरान पप्पू यादव को घेरकर बल प्रयोग किया गया था।

राजस्व टीम के सामने हत्या से उठ रहे सवाल
बृहस्पतिवार को जब चकमार्ग की पैमाइश के दौरान विवाद बढ़ा तो राजस्व टीम मौके से खिसक गई। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने टीम के सामने कोई विवाद न होने की बात कही। अब पप्पू यादव की हत्या के साक्ष्य मिले हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि प्रधान व उसके परिजन आखिर कितने दबंग थे जो राजस्व टीम के सामने ही किसान की हत्या कर दी। शुरू में पुलिस अधिकारी भी आरोपों को तथ्यहीन मान रहे थे। इसीलिए, मुकदमा लिखने के बाद प्रधान, उसके बेटे व भाई की गिरफ्तारी भी नहीं की गई। अब बदले हालात में आरोपियों पर कानून का शिकंजा कसना तय माना जा रहा है। अब केस में हत्या की धारा भी बढ़ जाएगी।

 

यह है मामला
फरीदपुर थाना क्षेत्र के बंजरिया गांव में चकमार्ग की पैमाइश के दौरान किसान पप्पू यादव (40) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। बेटे कल्लू ने आरोप लगाया कि पैमाइश के दौरान प्रधान पक्ष ने टीम के सामने ही पप्पू पर हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पिता का शव ट्रॉली पर रखकर वह लोग थाने पहुंचे। वहां उन्होंने गांव के प्रधान सहित उसके साथियों पर लाठी से पीटकर हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने आरोपी ग्राम प्रधान राम रईस, उसके बेटे विजयपाल उर्फ गुड्डू, भाई शिवराज, पत्नी रामबेटी के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।

 

बदले की भावना में एक-दूसरे की हो रही थीं शिकायतें
बदले की भावना में एक-दूसरे के खिलाफ लगातार शिकायतें की जा रही थीं। पप्पू यादव का परिवार ग्राम प्रधान व अन्य के खिलाफ तालाब पर कब्जा करने की शिकायतें कर रहा था। वहीं, प्रधान उसके खेत से चकमार्ग निकलवाने पर अड़ा था।

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