लखीमपुर खीरी। जिले के स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही एक बार फिर उजागर हो गई है। मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक कुमार ने खमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया, जहां हालात देखकर वे खुद दंग रह गए। अस्पताल का पूरा परिसर अंधेरे में डूबा हुआ था। न बिजली थी और न ही जनरेटर चल रहा था। जब काफी मशक्कत के बाद जनरेटर चालू किया गया तो पता चला कि उसमें ईंधन ही नहीं डाला गया था। इससे साफ हो गया कि बिजली कटते ही अस्पताल पूरी तरह ठप हो जाता है।
अधीक्षक आवास पर आराम फरमा रहे थे
निरीक्षण के दौरान सीडीओ जब अधीक्षक के कक्ष में पहुंचे तो वहां भी निराशा हाथ लगी। पता चला कि अधीक्षक अपने आवास पर आराम फरमा रहे थे। यही नहीं, 09 चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ भी मौके से नदारद मिले। सीडीओ ने अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब करते हुए अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने और चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए।
जच्चा-बच्चों को नहीं मिली सुविधा, जीरो डोज वैक्सीन तक नहीं
सीडीओ के निरीक्षण में एक और गंभीर लापरवाही सामने आई। बीते दो दिनों में अस्पताल में प्रसव कराने वाली महिलाएं और नवजात शिशु वार्ड में मौजूद ही नहीं थे। नियम के मुताबिक, प्रसव के बाद कम से कम 48 घंटे तक जच्चा-बच्चा को चिकित्सकीय निगरानी में रखा जाना और भोजन उपलब्ध कराना अनिवार्य है। इतना ही नहीं, नवजातों को जन्म के तुरंत बाद दी जाने वाली जीरो डोज वैक्सीन तक नहीं लगाई गई थी। सीडीओ ने इसे घोर लापरवाही करार देते हुए कड़ी नाराजगी जताई और तत्काल सुधार के निर्देश दिए।
जांच लैब की छत से टपक रहा पानी, मशीनों पर प्लास्टिक की चादर
निरीक्षण में सीडीओ ने पाया कि जांच लैब की छत से लगातार पानी टपक रहा था। हालत यह थी कि कीमती पैथोलॉजी मशीनों को प्लास्टिक की चादर से ढककर बचाया जा रहा था। इससे मरीजों की जांच सेवाएं प्रभावित हो रही थीं। सीडीओ ने इस पर कड़ा असंतोष जताया और सीएमओ को तत्काल भवन की मरम्मत के लिए नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
गंदगी, जलभराव और बंद शौचालय
अस्पताल का परिसर भी बदहाल स्थिति में मिला। जगह-जगह गंदगी और जलभराव था। प्रतीक्षालय को मरीजों और परिजनों के लिए उपयोग में लाने के बजाय वहां दवाओं के बक्से रखे मिले। सीडीओ ने निर्देश दिए कि सभी दवाओं को स्टोर रूम में शिफ्ट किया जाए और प्रतीक्षालय को सही रूप से मरीजों के लिए उपयोग में लाया जाए। वहीं, अस्पताल में बने तीन शौचालयों में से दो पूरी तरह बंद और एक गंदगी से अटा हुआ मिला।
स्वास्थ्य विभाग के दावों की खुली पोल
खमरिया सीएचसी का यह औचक निरीक्षण स्वास्थ्य विभाग की जमीनी हकीकत सामने लाने के लिए काफी था। जहां मरीजों के लिए बुनियादी सुविधाएं तक नहीं थीं, वहीं डॉक्टर और स्टाफ अपनी ड्यूटी से नदारद पाए गए। सीडीओ अभिषेक कुमार ने स्पष्ट कर दिया कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधीक्षक और अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्रवाई तय है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि खमरिया सीएचसी की दुर्दशा नई नहीं है, बल्कि लंबे समय से यहां स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। परंतु सीडीओ के इस छापे के बाद उम्मीद है कि जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार देखने को मिलेगा।
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