औरैया जनपद के अजीतमल तहसील क्षेत्र के सेगनपुर निवासी रामचन्द्र दुबे उर्फ राजू दुबे (आयु लगभग 57 वर्ष) की रविवार दोपहर सीएचसी अजीतमल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतक मूल रूप से अयाना थाना क्षेत्र के सेंगनपुर गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में अजीतमल कस्बा आजादनगर के एक मोहल्ले में परिवार के साथ रह रहे थे। वे सेंगनपुर स्थित पचनद इंटर कॉलेज में अध्यापन कार्य करते थे। उनके परिवार में पत्नी रामकान्ति और तीन पुत्र सौरभ, गौतम तथा अनुपम शामिल हैं।
रविवार दोपहर करीब तीन बजे अचानक रामचन्द्र दुबे को पसीना आने और घबराहट महसूस होने लगी। उनके पुत्र गौतम ने उन्हें तुरंत सीएचसी अजीतमल पहुंचाया। वहां मौजूद डॉक्टरों ने मरीज को देखकर एक इंजेक्शन दिया, लेकिन कुछ ही समय में उनकी मौत हो गई।
मृत्यु की खबर मिलते ही परिजन आक्रोशित हो उठे और उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही और गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इस घटना की सूचना पर ब्लॉक प्रमुख रजनीश पाण्डेय और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ललितेश त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत कराया।
डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की हालत गंभीर थी और केवल एक पेन्टोप नामक इंजेक्शन दिया गया था, जो अपेक्षित परिणाम नहीं दे पाया। उन्होंने कहा कि फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन माना जा रहा है कि हृदय गति रुकने के कारण उनकी मौत हुई।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ललितेश त्रिपाठी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। परिजनों की ओर से अभी तक कोई लिखित शिकायत (तहरीर) प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
परिवार के सदस्यों ने डॉक्टरों की लापरवाही के खिलाफ न्याय की गुहार लगाई है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
यह घटना अजीतमल क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करती है और लोगों में उपचार के प्रति चिंता बढ़ा रही है।
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