27 जनवरी 2022 दिन- गुरुवार का पंचाग
सूर्योदयः– प्रातः 06:37:00
सूर्यास्तः– सायं 05:23:00
विशेषः– गुरुवार के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा करने से दीर्घ आयु की प्राप्ति होती है।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः– दक्षिणायन
ऋतुः– शिशिर ऋतु
मासः– माघ माह
पक्षः– कृष्ण पक्ष
तिथिः– दशमी तिथि समाप्ति 10:28:10 तक तदोपरान्त एकादशी तिथि
तिथि स्वामीः- दशमी तिथि की स्वामी यमराज जी हैं तथा एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं।
नक्षत्रः- अनुराधा 03:55:00 तक तदोपरान्त ज्येष्ठा नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनि देव हैं तथा ज्येष्ठा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं।
योगः- वृद्धि 25:16:14 तक तदोपरान्त ध्रुव
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 09:53:00 से 11:13:00
दिशाशूल: गुरूवार के दिन दक्षिण दिशा मन यात्रा नहीं करना चाहिए यदि ज्यादा आवश्यक हो तो घर से सरसों के दाने या जीरा खाकर निकलें।
राहुकालः– आज का राहुकाल 01:54:00 से 03:14:00 बजे तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में परवल / कलम्बी नही खाना चाहिए व अन्नप्रासन, विवाह आदि कार्यों के लिए शुभ मानी गयी है।
“हे तिथि स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।”
Astrologer Dr. Trilokinath