सूर्योदयः- प्रातः 06:38:00
सूर्यास्तः– सायं 05:22:00
विशेषः- जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिव लिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान महादेव जी की कृपा बरसती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- शिशिर ऋतु
मासः- माघ माह
पक्षः- कृष्ण पक्ष
तिथिः- सप्तमी तिथि 04:16:40 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि
तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है।
नक्षत्रः– हस्त नक्षत्र 08 बजकर 47 मिनट तक तदोपरान्त चित्रा नक्षत्र ।
नक्षत्र स्वामीः- हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र हैं तथा चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल है।
योगः- सुकर्म 11:10:46 तक और धृति
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 01:53:00 P.M बजे से 03:13:00 PM बजे तक
दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जायें।
राहुकालः- राहु काल 08:33:00 AM बजे से 09:53:00 A.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए और यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
Astrologer Dr. Trilokinath