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श्रावस्ती: इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, परिजन FIR और 25 लाख मुआवजे की मांग पर अड़े

लोकेशन — श्रावस्ती
विशेष संवाददाता

श्रावस्ती। जिले के भिनगा क्षेत्र में एक प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज के दौरान महिला की मौत के बाद मंगलवार को भारी हंगामा खड़ा हो गया। मृतका के परिजनों ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर की घोर लापरवाही के चलते उनकी बेटी/पत्नी की जान गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और संबंधित डॉक्टर के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज करने, गिरफ्तारी करने और नर्सिंग होम को सील करने की मांग की।

घटनाक्रम के अनुसार, भिनगा के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में पथरी का ऑपरेशन कराने आई महिला को ऑपरेशन के दौरान गंभीर हालत में भेज दिया गया। परिजनों का आरोप है कि बहराइच के डॉ. अलीम द्वारा किए गए कथित गलत ऑपरेशन में महिला के शरीर पर 10 जगह तक कट (चीरा) लगाया गया। इसके बाद महिला की तबीयत लगातार बिगड़ती गई और कुछ ही घंटों में उसकी मौत हो गई।

घटना के बाद महिला के शव को लेकर परिजन अस्पताल के बाहर जमा हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि डॉक्टरों ने गलत ऑपरेशन किया और जब तक स्थिति अत्यधिक गंभीर नहीं हो गई, तब तक मरीज को रेफर तक नहीं किया गया।

परिजनों ने दी चेतावनी — “जब तक कार्रवाई नहीं, तब तक दाह संस्कार नहीं”

मृतका के परिवार ने चेतावनी दी है कि जब तक डॉक्टर पर FIR, गिरफ्तारी और अस्पताल को सील नहीं किया जाता, वे शव का दाह संस्कार नहीं करेंगे। परिजनों की मांग है कि महिला की मौत के लिए जिम्मेदार डॉक्टर पर हत्या जैसे गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हो।

इसके साथ ही परिजनों ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की भी मांग की है। उनका कहना है कि परिवार की कमाने वाली सदस्य की मौत ने सबकुछ उजाड़ दिया है और बिना न्याय के वे पीछे नहीं हटेंगे।

सीएमओ ने की जांच, पर कार्रवाई का अभाव बढ़ा आक्रोश

जिला मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अशोक कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की। लेकिन परिजनों ने आरोप लगाया कि जांच सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गई है, क्योंकि अभी तक न डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज हुआ और न अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की गई।

CMO ने बताया कि जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है और सभी बिंदुओं की गंभीरता से पड़ताल होगी। उन्होंने कहा कि यदि लापरवाही पाई गई, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

लेकिन परिजन CMO के आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं और भ्रष्टाचार व मिलीभगत का आरोप लगाते हुए लगातार नारेबाज़ी कर रहे हैं।

जिले में चिकित्सा व्यवस्था पर फिर उठे बड़े सवाल

घटना ने एक बार फिर जिले के निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए हैं। बिना विशेषज्ञ, बिना पर्याप्त सुविधा और बिना मानकों के संचालित कई अस्पतालों के खिलाफ शिकायतें पहले भी उठती रही हैं। लेकिन जिम्मेदार विभागों की तरफ से सख्त निगरानी और कार्रवाई का अभाव ऐसी घटनाओं को बढ़ावा देता है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक अस्पतालों, डॉक्टरों और प्रशासन की जवाबदेही तय नहीं होगी, तब तक मरीजों की जान से खिलवाड़ होता रहेगा।

पीड़ित परिजन की बाइट (हाइलाइट)

  • “हमारी बेटी के शरीर पर 10 जगह गलत कट लगा दिए गए। डॉक्टर ने खुद अपनी गलती छिपाने की कोशिश की।”

  • “जब तक FIR नहीं होगी और अस्पताल सील नहीं होगा, हम शव नहीं उठाएंगे।”

CMO डॉ. अशोक कुमार सिंह की बाइट (हाइलाइट)

  • “प्राथमिक जांच शुरू कर दी गई है। पूरी पारदर्शिता से कार्रवाई होगी।”

  • “यदि लापरवाही साबित हुई, तो दोषियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई होगी।”

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