गोरखपुर। रूस और यूक्रेन में युद्ध जारी है। यूक्रेन में हालात खराब होते जा रहे है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में यूक्रेन से लौटे छात्रों से मुलाकात की।
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बता दें कि, यूक्रेन में फंसे पूर्वांचल के छात्र बहुत जरूरी सामान ही लेकर अपने देश लौट पाए हैं। उनके ज्यादातर सामान या तो आवास पर हैं अथवा उन्होंने रास्ते में छोड़ दिए।
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जीवन बचाना सबसे जरूरी था। उसे बचाने के लिए छात्र-छात्राओं को 30- 35 किलोमीटर पैदल भी चलना पड़ा। इसलिए केवल जरूरी कागजात व दो सेट कपड़े लेकर ही वे घर आ पाए। सामान छूट जाने का उन्हें कोई मलाल नहीं है। घर पहुंचकर बहुत खुश हैं और ईश्वर को धन्यवाद दे रहे हैं।
छात्र बंकर में दिन काटने को मजबूर थे
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां एमबीबीएस कर रहे पूर्वांचल के छात्रों के सामने जान बचाने का संकट उत्पन्न हो गया था। लगातार बमबारी हो रही थी। छात्र बंकर में दिन काटने को मजबूर थे। राशन खत्म हो गया, जो उन्हें उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। इसलिए बमबारी के बीच छात्रों ने वहां से निकलना मुनासिब समझा।
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जितना सामान लेकर वे बार्डर की तरफ निकल सकते थे, उतना लेकर निकले, ज्यादातर सामान आवास पर ही छोड़ दिए। लेकिन बार्डर पर भी 30- 35 किलोमीटर पैदल चलने की मजबूरी ने साथ ले गए सामान को भी छोड़ने पर विवश कर दिया। वे कपड़ों व अन्य सामान से भरे ट्राली बैग को बार्डर पर ही छोड़ दिए। कुछ जरूरी सामान लेकर ही साथ आ पाए।