बरेली में गैंगस्टर राहुल सोनकर नौ साल तक पुलिस को चकमा देता रहा। वह हुलिया बदलकर शहर में रहता रहा। पुलिस उसी के नाम के उसके सौतेले भाई राहुल को पकड़ ले जाती थी। कोर्ट में जब हकीकत खुलती थी तो उसे छोड़ा जाता था। नौ साल बाद गैंगस्टर पकड़ा गया तो उसकी सारी हकीकत खुली। 
बरेली में कोर्ट से नौ साल से वांछित चल रहे गैंगस्टर राहुल सोनकर को जगतपुर चौकी प्रभारी सनी चौधरी ने टीम के साथ गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। कागजों में फरार ये शातिर हुलिया बदलकर शहर में ही परिवार के साथ रह रहा था। वहीं, लगातार वारंट जारी होने से पुलिस की किरकिरी हो रही थी।
बारादरी के संजयनगर होली चौराहा का रहने वाला राहुल सोनकर बेहद शातिर बदमाश है। उस पर वर्ष 2016 में फतेहगंज पूर्वी थाना पुलिस ने लूट का मुकदमा दर्ज किया था। फिर बारादरी पुलिस ने उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इसकी विवेचना इज्जतनगर थाने से हो रही थी।
कुछ समय बाद वह जमानत पर छूट गया था। इसके बाद से राहुल अपने पते पर नहीं रह रहा था, इसलिए अदालत से जारी गैरजमानती वारंट तामील नहीं हो पा रहा था। कोर्ट ने बारादरी पुलिस से नाराजगी जाहिर कर एसएसपी अनुराग आर्य को पत्र लिखा था।
इसके बाद एसएसपी ने सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम गठित कर राहुल की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। सटीक सूचना पर जगतपुर चौकी प्रभारी सनी चौधरी व टीम ने राहुल को हास मियां की मजार के पास से सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया।