आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद को प्रयागराज सर्किट हाउस में रोके जाने से रविवार को करछना में बवाल हो गया। भीड़ ने जमकर तांडव किया। प्रयागराज का करछना दो घंटे तक उपद्रव की भीषण आग में जलता रहा।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को रोके जाने के बाद प्रयागराज के करछना में हुए बवाल के दौरान भड़ेवरा बाजार दो घंटे तक उपद्रव की आग में जलता रहा। 3:30 बजे के करीब पथराव-तोड़फोड़ करते हुए भीड़ आगे बढ़ी तो बाजार में भगदड़ मच गई।
भीड़ का उग्र रूप देख पहले डायल 112 और फिर भुंडा चौकी व करछना थाने के पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। इसके बाद भीड़ ने जमकर तांडव किया। कई थानों की फोर्स व पीएसी लेकर पहुंचे एडिशनल सीपी अपराध डॉ. अजयपाल शर्मा ने करीब 5:30 बजे भीड़ को मशक्कत के बाद काबू किया।

सुबह से ही थी करछना-कोहड़ार मार्ग पर हलचल
भड़ेवरा बाजार के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि सुबह से ही इसौटा जाने वाले करछना-कोहड़ार मार्ग पर हलचल थी। दोपहर दो बजे तक दो से ढाई हजार युवक बाजार से सटे हनुमानपुर मोरी चौराहे पर जुट चुके थे। 2:30 बजे के करीब अचानक उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी।
हटाने पर भीड़ हुई बेकाबू
15 मिनट बाद वहां से भड़ेवरा चौराहे पर आकर जाम लगा दिया। भुंडा चौकी प्रभारी कैलाश कुमार और चार-पांच सिपाहियों ने हटाना चाहा तो भीड़ बेकाबू हो गई। आक्रोश देखकर पुलिसकर्मी भाग निकले और फिर थाने में सूचना दी गई।
पुलिस के आगे बढ़ने पर भीड़ ने शुरू किया पथराव
उधर, भीड़ नारेबाजी करती रही। करीब 3:30 बजे करछना के साथ नैनी और औद्योगिक क्षेत्र थाने की फोर्स मौके पर पहुंची। डायल 112 की गाड़ी भी बुला ली गई। पुलिस आगे बढ़ी तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। यह देख पुलिसकर्मी पीछे हटे। तभी भीड़ में शामिल युवकों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
डायल 112 की गाड़ी पलटी
पहले तोड़फोड़ करते हुए डायल 112 की गाड़ी पलट दी। इसके बाद नैनी व औद्योगिक क्षेत्र थाने की गाड़ी क्षतिग्रस्त कर दी गई। यही नहीं जाम में फंसी प्राइवेट बस और अन्य वाहनों पर भी पथराव किया गया।
बाजार की दुकानों में भी तोड़फोड़
भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने बाजार की दुकानों में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे खरीदारी के लिए आए ग्राहकों में भगदड़ मच गई। करीब दो घंटे तक भीड़ का उपद्रव चलता रहा।
42 बाइकें सीज की
बवाल के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुटी तो मौके पर 42 बाइकें लावारिस हाल में मिलीं। बाजार के व्यापारियों से पूछने पर कोई भी इनके बारे में कुछ बता नहीं पाया। इसके बाद इन सभी को पुलिस कब्जे में लेकर थाने ले आई।
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण को प्रयागराज सर्किट हाउस में रोके जाने से रविवार को करछना में बवाल हो गया। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने करछना क्षेत्र में जाम लगा दिया। प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला बोल दिया गया।
पुलिस की तीन गाड़ियों समेत एक दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ की गई। 15 बाइकें फूंक दी गई। पथराव में चौकी प्रभारी समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। मौके पर स्थित तनावपूर्ण बनी रही। घटनाक्रम के अनुसार, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को कौशाम्बी के लोहंदा गांव जाकर कथित दुष्कर्म पीड़िता बच्ची के परिजनों से मिलना था।
चंद्रशेखर को पुलिस ने एयरपोर्ट पर ही रोका
साथ ही विगत दिनों करछना के इसौटा लोहंगपुर में जिंदा जलाकर मारे गए दलित युवक (देवीशंकर) के घर जाना था। इसके लिए चंद्रशेखर रविवार की सुबह 11:40 बजे प्रयागराज पहुंचे। इसकी भनक लगने के बाद कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए पुलिस ने उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया और वापस लौटने के लिए कहा।
कार्यकर्ताओं ने लगाया भड़ेवरा बाजार में जाम
इस पर जब चंद्रशेखर नहीं माने तो उन्हें प्रयागराज में सर्किट हाउस लाया गया। इसके बाद वह समर्थकों समेत सर्किट हाउस के गेट पर ही बैठ गए। पुलिस मान-मनौव्वल करती रही, लेकिन बात नहीं बनी। उधर, प्रयागराज के सर्किट हाउस में चंद्रशेखर को रोके जाने की जानकारी जब करछना में जुटे कार्यकर्ताओं को मिली तो उन्होंने करछना-कोहड़ार मार्ग पर भड़ेवरा बाजार में जाम लगा दिया।
शाम पांच बजे के करीब डायल 112 की एक गाड़ी से पुलिसकर्मी जाम खुलवाने पहुंचे तो भीम आर्मी के कार्यकर्ता उग्र हो गए। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। तोड़फोड़ करने के साथ ही डायल 112 की गाड़ी पलट दी। हालात देख पुलिसकर्मियों को बैरंग जाना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने जाम में फंसे अन्य वाहनों पर भी पथराव किया।
गैंगस्टर, रासुका की होगी कार्रवाई
एडि. सीपी अपराध डॉ. अजयपाल शर्मा का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के साथ ही लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी। इन पर गैंगस्टर और इसके बाद रासुका भी लगाया जाएगा।
सूचना मिलने के कुछ ही देर बाद मौके पर पहुंचकर स्थिति नियंत्रण में कर ली गई। बवाल में शामिल लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। 50 से 60 लोग चिह्नित हुए हैं और 20 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। कानून व्यवस्था के मद्देनजर ही सांसद को लोहंदा व करछना जाने की अनुमति नहीं दी गई। इसलिए उनसे रुकने का निवेदन किया गया। -डॉ. अजयपाल शर्मा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध
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