नई दिल्ली। संघ की अपने 36 अनुषांगिक संगठनों के साथ तीन दिवसीय समन्वय बैठक हैदराबाद में शुरू हो गई। उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बीच इस बैठक को अहम माना जा रहा है। बैठक में विधानसभा चुनावों, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और कोरोना जैसे मुद्दों पर मंथन होगा। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत सभी अनुषांगिक संगठन व भाजपा के 216 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
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साल में तीन बार होती है समन्वय बैठक
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में सभी अनुषांगिक संगठनों से विधानसभा चुनाव का फीडबैक लेने के साथ आगे की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े संगठनों मसलन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विद्या भारती, भारतीय शिक्षण मंडल से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अलावा इस क्षेत्र से जुड़े अन्य मुद्दों पर फीडबैक लिया जाएगा। हालांकि संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने कहा, समन्वय बैठक साल में तीन बार होती है। यह निर्णय लेने वाली बैठक नहीं थी।
अर्थव्यवस्था, कोरोना सहित अन्य सभी मुद्दों पर विचार विमर्श
बैठक महज संबद्ध संगठनों के साथ जानकारी साझा करने के लिए थी। बैठक में देश के केंद्रीय विचार के रूप में शिक्षा प्रदान करने पर विचार-विमर्श किया गया। अर्थव्यवस्था, कोरोना सहित अन्य सभी मुद्दों पर विचार विमर्श होगा। इसमें जो जिस क्षेत्र से जुड़े उनसे ताजा स्थिति की जानकारी और भविष्य के लिए राय मांगी जाएगी।