पंजाबी संगीत जगत से एक दिल तोड़ देने वाली खबर सामने आई है। मशहूर पंजाबी गायक और अभिनेता राजवीर जवंदा का निधन हो गया है। वे बीते 27 सितंबर को एक भीषण सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और तब से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद वे जिंदगी की जंग हार गए।
🔹 कैसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, 27 सितंबर को पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के पिंजौर-नालागढ़ रोड पर सेक्टर-30 टी प्वाइंट के पास यह दर्दनाक हादसा हुआ। राजवीर जवंदा अपनी बीएमडब्ल्यू बाइक से बद्दी से पिंजौर की ओर जा रहे थे। रास्ते में अचानक दो सांडों की लड़ाई के कारण सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। सांडों के बीच फंसने से बाइक अनियंत्रित हो गई और राजवीर हाईवे पर गिर पड़े, जिससे उनके सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आईं।
घायल हालत में उन्हें तुरंत फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम (वेंटिलेटर) पर रखा था। वे लगातार 11 दिन तक कोमा जैसी स्थिति में रहे। रविवार देर रात इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
🔹 परिवार और गांव में शोक की लहर
राजवीर जवंदा के निधन की खबर जैसे ही सामने आई, लुधियाना जिले के उनके पैतृक गांव पौना और आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोग बीते कई दिनों से गुरुद्वारा साहिब में अखंड पाठ और अरदास कर उनकी सलामती की दुआ कर रहे थे। राजवीर की मां परमजीत कौर, जो खुद गांव की सरपंच रह चुकी हैं, बेटे के निधन से पूरी तरह से टूट गईं।
🔹 संगीत की शुरुआत और करियर
राजवीर जवंदा का जन्म लुधियाना जिले के पौना गांव में हुआ था। बचपन से ही उन्हें संगीत का शौक था। एक बार दूरदर्शन की शूटिंग के दौरान उनकी गायकी की तारीफ हुई, और वहीं से उनका संगीत के प्रति झुकाव बढ़ा।
उन्होंने जगरांव से स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला से थिएटर और टेलीविजन में एमए किया।
साल 2014 में उन्होंने “मुंडा लाइक मी” नामक अपनी पहली एलबम रिलीज की। हालांकि, उन्हें असली पहचान 2016 में आए गाने “कली जवंदे दी” से मिली। इसके बाद मुकाबला, कंगणी, पटियाला शाही पग, केसरी झंडे, लैंडलॉर्ड, और सरनेम जैसे गानों ने उन्हें पंजाब और देशभर में लोकप्रिय बना दिया।
🔹 फिल्मों में भी दिखाया हुनर
राजवीर जवंदा ने 2018 में फिल्म “सूबेदार जोगिंदर सिंह” से एक्टिंग डेब्यू किया। इसके बाद उन्होंने काका जी, जिंद जान, मिंदो तहसीलदारनी, और सिकंदर 2 जैसी फिल्मों में शानदार अभिनय किया। अपने सरल स्वभाव और देशभक्ति भरे गीतों की वजह से राजवीर न सिर्फ युवाओं में लोकप्रिय थे, बल्कि उन्हें पंजाब के सांस्कृतिक गौरव के रूप में देखा जाता था।
🔹 सोशल मीडिया पर शोक की लहर
राजवीर जवंदा के निधन के बाद पंजाबी संगीत उद्योग से लेकर फिल्म जगत तक शोक की लहर फैल गई है। कई मशहूर गायकों, अभिनेताओं और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। फैंस ने कहा कि “राजवीर जवंदा जैसे कलाकार विरले होते हैं, जो न सिर्फ गाते हैं बल्कि पंजाब की मिट्टी की खुशबू को जिंदा रखते हैं।”
🕊️ राजवीर जवंदा (1991–2025)
“पंजाब की आवाज़ अब खामोश हो गई है, लेकिन उनके गीत हमेशा हमारे दिलों में गूंजते रहेंगे।”
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