रायबरेली। स्वामी प्रसाद मौर्य पर हुए थप्पड़कांड के बाद उपजा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। इस विवाद की आंच अब सोशल मीडिया तक पहुँच गई है, जहाँ भड़काऊ और जातिगत टिप्पणियों ने माहौल को और अधिक संवेदनशील बना दिया है। इसी क्रम में कोतवाली नगर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोशल मीडिया पर भड़काऊ और अफवाह फैलाने वाले पोस्ट डालने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार युवकों की पहचान फुरसतगंज निवासी देवेंद्र भीमराज और बस्तेपुर निवासी हिमांशु मौर्य के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों आरोपियों ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणियाँ लिखकर समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश की थी। पुलिस ने पर्याप्त डिजिटल और तकनीकी साक्ष्य जुटाने के बाद दोनों को हिरासत में लिया और जेल भेज दिया।
पृष्ठभूमि: हिस्ट्रीशीटर की गिरफ्तारी से शुरू हुआ विवाद
गौरतलब है कि इससे पहले मौर्य समाज को गाली देने और जातिसूचक टिप्पणी करने के मामले में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर आशीष तिवारी को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजा था। उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर युवा भीम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र भीमराज और मौर्य समाज के अन्य लोगों ने विशाल धरना-प्रदर्शन भी किया था। उसी मामले की कड़ी में यह कार्रवाई की गई है।
आंदोलन के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार दोनों युवक उस धरना-प्रदर्शन में भी सक्रिय थे और उन्होंने आंदोलन के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश की थी। यही नहीं, सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता से अफवाह फैलने और तनाव बढ़ने की आशंका थी।
पुलिस की सख़्त चेतावनी
रायबरेली पुलिस ने इस पूरे प्रकरण के बाद साफ चेतावनी दी है कि सोशल मीडिया पर जातिगत टिप्पणी या भड़काऊ पोस्ट करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सख़्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया का इस्तेमाल जिम्मेदारी से करें।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद रायबरेली में माहौल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताया जा रहा है। पुलिस लगातार सोशल मीडिया गतिविधियों पर नज़र बनाए हुए है ताकि कोई भी तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश न कर सके।
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