मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विपक्षी कांग्रेस पार्टी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद पाकिस्तान पर कार्रवाई करने से हमारी सेनाओं को रोक दिया था। प्रधानमंत्री ने यह भी सवाल उठाया कि आखिर वह कौन-सा विदेशी दबाव था जिसके कारण तत्कालीन यूपीए सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम नहीं उठाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह बयान मुंबई में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान दिया, जहां उन्होंने आतंकवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा और देश की ताकत पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में देश की सुरक्षा नीति कमजोर थी, जबकि आज भारत “घर में घुसकर मारने” की क्षमता रखता है।
“कांग्रेस बताए, किसके दबाव में सेना को रोका गया”
प्रधानमंत्री ने कहा, “हाल ही में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता, जो उस समय देश के गृह मंत्री थे, उन्होंने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि 2008 के मुंबई हमले के बाद हमारी सेनाएं पाकिस्तान पर कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह तैयार थीं। लेकिन किसी विदेशी दबाव में आकर कांग्रेस सरकार ने उन्हें रोक दिया। कांग्रेस को बताना चाहिए कि वह कौन था, जिसने हमारे सैनिकों को रोकने का आदेश दिया और देश की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया।”
उन्होंने कहा कि जब पूरा देश गुस्से में था और पाकिस्तान के खिलाफ जवाब चाहता था, तब यूपीए सरकार ने कमजोरी दिखाई और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक नीति नहीं अपनाई।
“आज का भारत दमदार जवाब देता है”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का भारत बदल चुका है। उन्होंने कहा, “हमारे लिए देश और देशवासियों की सुरक्षा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। आज का भारत किसी के दबाव में नहीं आता, बल्कि दमदार जवाब देता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने भारत की ताकत देखी है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि नई भारत नीति आतंकवाद के खिलाफ “ज़ीरो टॉलरेंस” पर आधारित है और यह नीति आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित भविष्य देगी।
भारत की वैश्विक कनेक्टिविटी को लेकर बोले पीएम मोदी
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Navi Mumbai International Airport – NMIA) के पहले चरण का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा, “आज मुंबई का लंबा इंतजार खत्म हुआ है। यह एयरपोर्ट महाराष्ट्र के साथ-साथ पूरे देश की आर्थिक प्रगति का नया द्वार बनेगा। यह क्षेत्र एशिया के सबसे बड़े कनेक्टिविटी हब के रूप में विकसित होगा।”
प्रधानमंत्री ने इस एयरपोर्ट के जरिए किसानों और व्यापारियों को भी नए अवसर मिलने की बात कही। उन्होंने कहा, “इस एयरपोर्ट के जरिए महाराष्ट्र के किसान अब यूरोप और पश्चिम एशिया के सुपरमार्केट से जुड़ सकेंगे। यह आत्मनिर्भर भारत के विज़न को गति देगा।”
कांग्रेस का पलटवार — विदेश नीति पर केंद्र को घेरा
इस बीच, कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार पर पलटवार किया। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि सरकार की विदेश नीति असफल रही है। उन्होंने 30 सितंबर 2025 को जारी एक अधिसूचना का हवाला देते हुए कहा कि “भारत ने हाल ही में पाकिस्तान, सऊदी अरब, कतर, ओमान, तुर्किए और इस्राइल जैसे देशों के नाम सूची में शामिल किए हैं, जिससे यह साफ होता है कि कूटनीतिक माहौल तेजी से बदल रहा है।”
जयराम रमेश ने कहा, “कूटनीतिक झटके और रणनीतिक असंतुलन मोदी सरकार की विदेश नीति की नाकामी को दिखाते हैं। जो सरकार खुद को वैश्विक नेता बताती है, वही आज पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों में भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है।”
राजनीतिक माहौल गरमाया
प्रधानमंत्री मोदी के बयान के बाद राजनीतिक हलकों में बहस तेज हो गई है। भाजपा प्रवक्ता इसे कांग्रेस के “कमजोर रवैये का सबूत” बता रहे हैं, वहीं कांग्रेस नेता इसे “राजनीतिक भाषणबाज़ी” करार दे रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम मोदी के इस बयान के ज़रिए भाजपा ने एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दे पर विपक्ष को घेरने की रणनीति अपनाई है — खासकर आगामी चुनावों को देखते हुए।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान ने न केवल कांग्रेस की पुरानी नीतियों पर सवाल खड़ा किया है, बल्कि आतंकवाद के मुद्दे पर एक बार फिर राष्ट्रीय विमर्श को केंद्र में ला दिया है। वहीं, कांग्रेस सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए विपक्षी दलों ने भी पलटवार शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में यह राजनीतिक टकराव और तेज़ होने की संभावना है।
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