काबुल। एयरपोर्ट के पास हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस से आतंकियों को चेताते हुए कहा है कि उन्हें इन मौतों की कीमत चुकानी होगी. इस हमले में 13 US कमांडो समेत अबतक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
धमाके में अमेरिकी सैनिकों समेत 72 की मौत
अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट के पास दो आत्मघाती हमलों में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई. जिसमें 13 अमेरिकी सैनिकों की जान गई. जबकि 60 से ज्यादा अफगानी नागरिकों की मौत हुई है. वहीं काबुल प्रशासन के मुताबिक हमले में 150 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हुए हैं, हमले की जिम्मेदारी ISIS खोरासान ने ली है.
काबुल एयरपोर्ट के बाहर सीरियल ब्लास्ट, अब तक 72 की मौत, 150 से ज्यादा घायल
गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा- जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमला करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. एहतियात के तौर पर अब काबुल एयरपोर्ट के बाहर सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ा दिया गया है. जो बाइडेन ने कहा, ”इस हमले को अंजाम देने वालों के साथ-साथ अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की इच्छा रखने वाले कोई भी व्यक्ति ये जान ले कि हम तुम्हे माफ नहीं करेंगे. हम तुम्हे नहीं भूलेंगे. हम तुम्हे मार गिराएंगे, तुम्हें भुगतान करना ही होगा. हम अपने और अपने लोगों के हितों की रक्षा करेंगे.”
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ISIS नेता को अच्छे से जानता है- जो बाइडेन
इसके बाद जो बाइडेन ने कहा कि ‘अमेरिका उस ISIS नेता को अच्छे से जानता है जिसने यह हमला करवाया है. हमलोग रास्ता निकालेंगे और बिना बड़े सैन्य ऑपरेशन के भी उन्हें ढूंढ़ लेंगे, वो कहीं भी रहें.
हमारा मिशन जारी रहेगा- जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन घोषणा की है कि अमेरिका किसी भी हालत में इस महीने के अंत तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को निकाल लेगा. राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि हमारा मिशन जारी रहेगा. जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त अमेरिकी फौज को फिर से अफगानिस्तान भेजेंगे.
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पहले बाइडेन ने क्या बोला था?
अभी दो दिन पहले भी बाइडेन ने 31 अगस्त तक अपनी सेना को हटाने की बात कही थी. लेकिन इस बार उन्होंने ये भी जोड़ा है कि ज़रूरत पड़ी तो हम 31 अगस्त के बाद भी अपने सैनिकों को काबुल में रख सकते हैं. जो बाइडेन का ये बयान तालिबान की उस चुनौती पर आया था, जिसमें तालिबान ने साफ किया था कि 31 अगस्त तक अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान छोड़ना ही होगा.