नई दिल्ली। कर्नाटक के धारवाड़ जिले के एक मंदिर में श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं की ओर से मुस्लिम फल विक्रेता के साथ तोड़फोड़ करने के साथ उनके फल सड़क पर फेंक दिए गए थे. अब इस मामले में कर्नाटक पुलिस ने श्रीराम सेना से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान चिदानंद कलाल, कुमार कट्टिमणि, मायलरप्पा गुडप्पनवर और महालिंग एगली के रूप में हुई है.
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धारवाड़ ग्रामीण पुलिस ने जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने, गैरकानूनी सभा, दंगा करने और शांति भंग करने की कोशिश के आरोप में 8 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. जानकारी के मुताबिक, 15 साल से नबीसाब की दुकान नुगेकेरी हनुमान मंदिर के प्रांगण में है. दरअसल, 9 अप्रैल को मंदिर परिसर में आए कार्यकर्ताओं ने फलों को नष्ट कर दिया और उन्हें अपना व्यवसाय जारी न रखने की सलाह दी.
धार्मिक स्थलों से खाली करने की पुरजोर मांग
राज्य के कानून और संसदीय कार्य मंत्री जेसी मधु स्वामी ने सदन के पटल पर कहा कि गैर-हिंदू मंदिर परिसर और धार्मिक मेलों में अपना व्यवसाय नहीं कर सकते हैं. तब से हिंदुत्ववादी समूह मुस्लिम विक्रेताओं को सभी धार्मिक स्थलों से खाली करने की पुरजोर मांग कर रहे हैं. सभी लोगों ने फल की दुकान में तोड़फोड़ की निंदा की और पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने विक्रेता को वित्तीय सहायता भी दी.
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राज्य में हिजाब, हलाल विवाद के बाद मंदिर के सामने मुस्लिम व्यापारियों की दुकान पर तोड़फोड़ की घटना हुई. इन घटनाओं को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा की राज्य में पिछले कुछ दिनों में सांप्रदायिक घटनाएं बढ़ी हैं. वहीं कर्नाटक में बढ़ती सांप्रदायिक घटनाओं और तनावों को लेकर विपक्ष ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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