कोलकाता। पश्चिम बंगाल की कुल 3 विधानसभा सीटों पर चुनाव/उपचुनाव की तारीख का केंद्रीय चुनाव आयोग ने ऐलान कर दिया है.
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भवानीपुर से ममता लड़ेंगीं चुनाव
इन 3 विधानसभा सीटों में पश्चिम बंगाल की भवानीपुर विधानसभा सीट भी शामिल है, जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव लड़ना है.
इन तीन सीटों पर होंगे चुनाव
पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट के साथ ही शमशेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीट, जहां पर उम्मीदवारों की मौत की वजह से चुनाव टल गया था, वहां भी चुनाव होगा.
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30 सितंबर को मतदान, 3 अक्टूबर को मतगणना
पश्चिम बंगाल की इन तीनों विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को होगा मतदान और 3 अक्टूबर को मतगणना होगी.
13 सितंबर तक किया जाएगा नामांकन
केंद्रीय चुनाव आयोग के शेड्यूल के मुताबिक पश्चिम बंगाल की 3 विधानसभा सीटों के लिए 13 सितंबर तक नामांकन किया जाएगा. और 16 सितंबर तक नाम वापसी होगी.
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ओडिशा की पीपली सीट पर भी इन्हीं तारिखों में होगा चुनाव
पश्चिम बंगाल की 3 विधानसभा सीटों के अलावा ओडिशा की भी एक विधानसभा सीट पीपली पर भी इन्हीं तारीख को चुनाव होगा. दरअसल, इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था.
कोरोना को देखते हुए की गई थी चुनाव न कराने की अपील
वैसे देश में कुल 32 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना था लेकिन बाकी राज्यों की तरफ से त्योहारी मौसम, कोरोना के बढ़ते मामलों और प्राकृतिक आपदा का हवाला देते हुए फिलहाल चुनाव ना करवाने की अपील की गई थी.
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नियमों के हिसाब से मुख्यमंत्री अगर विधानसभा, विधान परिषद का सदस्य नहीं है तो उनको शपथ लेने के 6 महीने के भीतर सदन का सदस्य बनना जरूरी है वरना पद छोड़ना पड़ सकता है.
राज्य में संवैधानिक संकट न खड़ा हो इसलिए चुनाव का ऐलान
इसी वजह से तृणमूल कांग्रेस लगातार केंद्रीय चुनाव आयोग से मांग कर रही थी कि पश्चिम बंगाल में उपचुनाव/चुनाव की तारीख जल्द ऐलान किया जाए जिससे कि राज्य में संवैधानिक संकट ना खड़ा हो.
अधिकारियों से की थी चर्चा
केंद्रीय चुनाव आयोग ने इन चुनावों की तारीख की घोषणा करने से पहले 1 सितंबर को उपचुनाव/चुनाव में जाने वाले राज्यों के चुनाव अधिकारियों समेत अन्य अधिकारियों से चर्चा की थी.
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इनमें आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, मेघालय, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और दादरा नगर हवेली दमन दीव के सलाहकार के साथ बैठक की थी.
बैठक में दिया गया था ये सुझाव
बैठक में अधिकतर प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेश ने उपचुनाव त्योहारी मौसम, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा और कोरोना के हालात सामान्य होने के बाद चुनाव करवाने का सुझाव दिया था.
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