प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में चल रही डीजीपी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले रहे हैं। पीएम मोदी इस कॉन्फ्रेंस को कितनी अहमियत दे रहे हैं, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वे पूरे दिन मौजूद रहेंगे। डीजीपी कॉन्फ्रेंस देर शाम तक चलेगी और प्रधानमंत्री लंच और डिनर डीजीपी मुख्यालय में ही करेंगे। प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री और दोनों गृह राज्य मंत्री कॉन्फ्रेंस में मौजूद हैं। पीएम मोदी रविवार को सम्मेलन के समापन समारोह में शामिल होने के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
इससे पहले, डीजीपी कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए शुक्रवार रात लखनऊ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एयरपोर्ट पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने स्वागत किया। पीएम मोदी एयरपोर्ट से रात्रि विश्राम के लिए सीधे राजभवन पहुंचे। राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया। मोदी ने राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इससे पहले देशभर के पुलिस महानिदेशक, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों व पुलिस संगठनों के प्रमुखों के सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कहा कि पुलिसिंग और राजनीति अलग-अलग है। पुलिसिंग को राजनीति का शिकार नहीं होना चाहिए।
पुलिस को अच्छे काम का इनाम मिलना चाहिए तो गलत काम करने वालों को सजा भी मिलनी चाहिए। उन्होंने जेलों को फेल प्रूफ और फुल प्रूफ होना चाहिए। उन्होंने केंद्र व राज्यों की एजेंसियों में बेहतर तालमेल पर जोर दिया। लखनऊ में तीन दिनी 56वीं डीजीपी कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए शाह ने शुक्रवार को कहा कि साइबर क्राइम बड़ी चुनौती बनती जा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा इससे निपटने के लिए राज्य पुलिस को केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिल कर काम करना होगा। उन्होंने सोशल मीडिया की निगरानी पर जोर देते हुए कहा कि ऐसी पोस्ट जो कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले होते हैं, उनसे सख्ती से निपटा जाए। शाह ने कहा कि नेशनल इंटेलीजेंस ग्रिड बना है। केंद्र सरकार ने कई तरह के सेंटर बनाए हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं।
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