देवरिया। साइबर अपराधों की बढ़ती चुनौतियों के बीच देवरिया पुलिस ने एक ऐसी हाई-टेक अवैध गतिविधि का खुलासा किया है, जिसने पुलिस व दूरसंचार विभाग दोनों को चौंका दिया। थाना साइबर पुलिस, एसओजी और बीएसएनएल देवरिया की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उस गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो सिमबॉक्स तकनीक का उपयोग कर अंतर्राष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित कर अवैध रूप से भारी आर्थिक लाभ कमा रहा था।
कार्रवाई के दौरान टीम ने मौके से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान तेज नरायण सिंह पुत्र हंसनाथ सिंह निवासी रामगुलाम टोला, संकटमोचन गली, थाना कोतवाली, जनपद देवरिया के रूप में हुई है। आरोपी का मूल निवास ग्राम कुण्डौली थाना मईल, जनपद देवरिया है।
कैसे चलता था अवैध सिमबॉक्स नेटवर्क?
पुलिस के अनुसार, आरोपी तेज नरायण सिंह वर्षों तक मॉरीशस में रहकर इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। वहीं उसकी मुलाकात कुछ बांग्लादेशी नागरिकों से हुई, जिन्होंने उसे सिमबॉक्स के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में बदलने और कमीशन के रूप में आर्थिक लाभ अर्जित करने की तकनीक सिखाई।
भारत लौटने के बाद आरोपी ने कोलकाता के एक व्यक्ति से विशेष सिमबॉक्स मशीनें, सिम और आवश्यक उपकरण खरीदकर देवरिया में अपने घर के अंदर पूरा अवैध नेटवर्क खड़ा कर दिया था। इसके जरिए विदेशी कॉल करने वाले लोग जब अंतर्राष्ट्रीय नंबर मिलाते थे, तो सिमबॉक्स उन्हें भारतीय लोकल कॉल में बदल देता था, जिससे दूरसंचार विभाग को भारी आर्थिक नुकसान होता था।
पुलिस को कैसे लगी भनक?
देवरिया पुलिस को लंबे समय से इलाके में अवैध इंटरनेट कॉलिंग रैकेट की सूचना मिल रही थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर साइबर सेल, एसओजी और बीएसएनएल की तकनीकी टीम ने संयुक्त रूप से जांच शुरू की। मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र के रामगुलाम टोला में छापेमारी कर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।
छापेमारी के दौरान घर में स्थापित हाई-टेक अवैध मॉड्यूल देखकर पुलिस टीम भी हैरान रह गई।
भारी मात्रा में बरामद हाई-टेक उपकरण
कार्रवाई में पुलिस को बड़ी मात्रा में अवैध उपकरण और दस्तावेज मिले, जिनकी सूची इस प्रकार है:
सिमबॉक्स और नेटवर्क उपकरण
-
06 सिम बॉक्स
-
06 वाई-फाई राउटर
-
01 नेट स्टार फास्ट ईथरनेट स्विच
-
01 जियो वाई-फाई राउटर
-
01 एयरटेल वाई-फाई राउटर
एण्टीना और सिम कार्ड
-
43 बड़े सिमबॉक्स एंटीना
-
169 छोटे सिमबॉक्स एंटीना
-
219 बीएसएनएल सिम
अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
-
07 सिमबॉक्स एडाप्टर
-
08 वाई-फाई राउटर एडाप्टर
-
07 पीली लैन केबल
-
05 सफेद लैन केबल
-
02 नीली यूएसबी केबल
-
01 एम्पलीफायर बॉक्स
-
03 मोबाइल फोन
-
02 लैपटॉप (डेल और तोशिबा)
बैंकिंग दस्तावेज
-
02 एचडीएफसी बैंक पासबुक
-
02 एसबीआई पासबुक
-
09 एचडीएफसी चेकबुक
-
11 एचडीएफसी ATM कार्ड
-
आरोपी का आधार कार्ड
पुलिस का कहना है कि बरामद उपकरणों का उपयोग बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकल में बदलने के लिए किया जाता था।
तेज नरायण सिंह का खुलासा
पूछताछ में आरोपी ने माना कि मॉरीशस में रहते हुए उसने इस अवैध काम की पूरी जानकारी हासिल की थी। भारत लौटने के बाद उसने इसे अतिरिक्त आय का आसान तरीका समझकर शुरू कर दिया।
उसके मुताबिक विदेश में रहते हुए वह ऐसे कई लोगों को जानता था, जो इसी तरीके से लाखों रुपये कमा रहे थे।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
देवरिया पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि यह गिरोह किसी बड़े इंटरनेशनल रैकेट से जुड़ा है या नहीं।
पुलिस अधीक्षक देवरिया ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि साइबर क्राइम और अवैध कॉल कन्वर्जन से होने वाले आर्थिक नुकसान को रोकने के लिए पुलिस लगातार तत्पर है। विभाग जल्द ही इस रैकेट के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करेगा।
Hind News 24×7 | हिन्द न्यूज़ Latest News & Information Portal