कानपुर। चुनाव आयोग ने यूपी सहित पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। और आज से आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। वहीं चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर आईपीएस असीम अरुण ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक, आईपीएस असीम अरुण जल्द बीजेपी ज्वाइन कर कन्नौज सदर से चुनाव लड़ेंगे।
समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं
बता दें कि, सीपी असीम अरुण ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि, मैंने एच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए आवेदन किया है क्योंकि अब राष्ट्र और समाज की सेवा एक नए रूप में करना चाहता हूं। मैं बहुत गौरवांवित अनुभव कर रहा हूं कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुझे भाजपा की सदस्यता के योग्य समझा।
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उन्होंने कहा कि, मैं प्रयास करूंगा कि पुलिस बलों के संगठन के अनुभव और सिस्टम विकसित करने के कौशल से पार्टी को अपनी सेवाएं दूं और पार्टी में विविध अनुभव के व्यक्तियों को शामिल करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को सार्थक बनाऊं।

मैं प्रयास करूंगा कि महात्मा गांधी द्वारा दिए गए तिलस्म कि सबसे कमजोर और गरीब व्यक्ति के हितार्थ हमेशा कार्य करूं, आईपीएस की नौकरी और अब यह सम्मान, सब बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा अवसर की समानता के लिए रचित व्यवस्था के कारण ही संभव है। मैं उनके उच्च आदर्शों का अनुसरण करते हुए अनुसूचित जाति और जनजाति एवं सभी वर्गों के भाइयों और बहनों के सम्मान, सुरक्षा और उत्थान के लिए कार्य करूंगा। मैं समझता हूं कि यह सम्मान मुझे मेरे पिता स्वर्गीय श्रीराम अरुण एवं माता स्वर्गीय शशि अरुण के पुण्य कर्मों के प्रताप के कारण ही मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि मुझे केवल एक ही कष्ट है कि अपनी अलमारी के सबसे सुंदर वस्त्र, अपनी वर्दी को अब नहीं पहन सकूंगा। मैं साथियों से विदा लेते हुए वचन देता हूं कि वर्दी के सम्मान के लिए हमेशा सबसे आगे मैं खड़ा रहूंगा। आपको मेरी ओर से एक जोरदार सैल्यूट…
कौन है असीम अरुण ?
एडीसी रैंक के असीम अरुण 1994 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. तीन अक्टूबर 1970 को इनका जन्म बदायूं में हुआ था. इनके पिता श्री राम में अरुण की गिनती भी प्रदेश के तेजतर्रार आइपीएस में होती थी. उन्होंने प्रदेश के डीजीपी का पद भी संभाला था. असीम अरुण की मां शशि अरुण जानी-मानी लेखिका हैं.
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असीम ने लखनऊ के सेंट फ्रांसिस कॉलेज से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बीएससी किया है. इसके बाद असीम अरुण ने सिविल सर्विसेज में हाथ आजमाया. इसका कारण था कि पिता इन्हें अपनी तरह IPS अफसर ही बनते हुए देखना चाहते थे. यूपी एटीएस में नियुक्ति के दौरान असीम अरुण ने आतंकी सैफुल्लाह लखनऊ में एटीएस कमांडो के साथ ठाकुरगंज इलाके में घेर कर ढेर किया था.
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