Friday , December 5 2025

सीएम योगी का मेगा प्रोजेक्ट ODOP, वैश्विक स्तर पर छाने की तैयारी

लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ का मेगा प्रोजेक्ट ‘एक जिला, एक उत्पाद’ (ODOP) वैश्विक स्तर पर छाने वाला है। प्रदेश के हैंडीक्राफ्ट को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने के लिए बड़ी पहल की गई है।

UP: 5 करोड़ की सहायता से चंद्रभानु गुप्त कृषि महाविद्यालय बनेगा विश्वविद्यालय: शिवपाल

फ्लिपकार्ट और अमेजन की तरह ODOP अपना ई कामर्स प्लेटफॉर्म लांच करने वाला है। फिलहाल, इसका फिल्ड ट्रायल चल रहा है। यूपी के ODOP उत्पादों के लिए यह पहला समर्पित प्लेटफॉर्म होगा।

ODOP उत्पादों के लिए मिलेगा नया बाजार

सीएम योगी के निर्देश पर वैश्विक स्तर पर बढ़ते ऑनलाइन कारोबार को देखते हुए प्रदेश के ओडीओपी उत्पादों के लिए एक नया बाजार मिलने वाला है। इसके लिए तैयार किए जा रहे ई कामर्स प्लेटफॉर्म पर कोई भी जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाला कारोबारी अपने उत्पाद बेच सकता है।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से शिल्पकारों को फायदा

इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से खरीद होने पर शिल्पकार को सीधे मैसेज भेजा जाता है और हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से फोन कर बताया भी जाता है कि अपने उत्पाद तैयार रखें। इसके बाद संबंधित शिल्पकार से उत्पाद लेकर लॉजिस्टिक पार्टनर ग्राहक तक पहुंचाते हैं।

UP: चुनाव से पहले यूपी सरकार ने खोला पिटारा, कहा- किसानों पर दर्ज मुकदमे लिए जाएंगे वापस

ओडीओपी मार्ट बनाया जा रहा- नवनीत सहगल

एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि हस्तशिल्प विकास एवं विपणन निगम के साथ ओडीओपी मार्ट बनाया जा रहा है। इससे जीएसटी और बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाले शिल्पकारों को फायदा है।

ओडीओपी के उत्पादों की निशुल्क कैटेलॉगिंग

ग्राहक को भी इस बात की गारंटी रहती है कि उसने जिस जिले का ओडीओपी उत्पाद खरीदा है, वह विश्वसनीय है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ओडीओपी के उत्पादों की निशुल्क कैटेलॉगिंग भी की जा रही है और जल्द ही ओडीओपी मार्ट का ऐप भी लांच किया जाएगा।

UP: चुनाव से पहले यूपी सरकार ने खोला पिटारा, कहा- किसानों पर दर्ज मुकदमे लिए जाएंगे वापस

पारंपरिक उत्पादों को नई पहचान मिली

सीएम योगी ने पिछले साढ़े चार साल में प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों को नई पहचान दी है। इसके लिए सरकार की ओर से हस्त शिल्पियों और शिल्पकारों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित किया गया है।

तकनीकी उन्नयन के लिए दी गई ट्रेनिंग

इसके अलावा तकनीकी उन्नयन के लिए उन्हें ट्रेनिंग भी दी गई है। साथ ही सब्सिडी देकर आर्थिक रूप से सहयोग भी किया गया है। जिसका नतीजा है कि प्रदेश में पहली बार पारंपरिक उत्पादों को नई पहचान मिली है और ऑफलाइन बिक्री के अलावा ऑनलाइन बिक्री भी शुरू की गई है।

UP:आगरा में जहरीली शराब से अब तक 10 लोगों की मौत, कई अधिकारी निलंबित

355 शिल्पकारों ने कराया अपना रजिस्ट्रेशन

पिछले ढाई सालों में फ्लिपकार्ट, अमेजन और ईवे ऑनलाइन साइट पर 15 कैटेगरी के करीब 11 हजार उत्पाद ओडीओपी के हैं और करीब 355 शिल्पकारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। ऑनलाइन कारोबार के माध्यम से शिल्पकारों ने 24 करोड़ से अधिक का व्यवसाय भी किया है।

Check Also

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में “सिंदूर घोटाला”, दूल्हा-दुल्हन हैरान—अधिकारियों की सफाई पर उठे सवाल

जिला – गाज़ीपुररिपोर्ट – विकास शर्मा गाज़ीपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने …