लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ प्रस्थान करने से पहले गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित हिन्दू सेवाश्रम में महिला-पुरुष फरियादियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी.
अधिकारियों को दिया निर्देश
सीएम ने अपराध और जमीनी विवाद संबंधी शिकायतों को लेकर आए फरियादियों को आश्वस्त किया ‘घबराइए मत, सख्त कार्रवाई की जाएगी.’ इस दौरान मुख्यमंत्री साथ चल रहे अधिकारियों को प्रार्थना पत्र की पत्रियां उनके अधिकार क्षेत्र के साथ सौंपते रहे और कार्रवाई के लिए जरूरी दिशा निर्देश देते रहे.
सोमवार को जनता दर्शन में राजस्व एवं पुलिस संबंधी काफी शिकायतें आई थीं. मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जमीन की पैमाइश और राजस्व संबंधी मामलों का तहसीलों में निस्तारण तेज किया जाए. जहां जरूरत पड़े पुलिस बल भी साथ लिया जाए. उन्होंने थानों और तहसीलों में समस्याओं के गुणवत्तापूर्ण समाधान के प्रति अधिकारियों को निर्देशित किया.
अफसरों पर की जाएगी कार्रवाई
सोमवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मठ से बाहर आए तो शिवावतारी गुरु गोरखनाथ का दर्शन कर पूजन किया. उसके बाद अखण्ड ज्योति का दर्शन कर ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर द्वय महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक कर आशीर्वाद लिया. उसके बाद गोशाला में पहुंच कर तकरीबन 20 मिनट तक गोसेवा की. योगी ने बछड़ों को गुड़ और चना खिलाया.
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आपको बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ यह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जिन जिलों और विभागों से संबंधित शिकायतें ज्यादा आएंगी, वहां के अधिकारी जिम्मेदार होंगे. इसी तरह कुंडली बनाकर अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी. पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन सुबह अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन आयोजित करते थे. तब उन्होंने कई बार इस बात पर जोर दिया कि अधिकांश आवेदन ऐसे आते हैं, जिनका निस्तारण तहसील, थाना या जिला स्तर पर हो सकता है.
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