लखनऊ। स्पेशल टास्क फोर्स ने यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में दो आरोपियों को मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. इनके ऊपर थाना कोतवाली, जनपद शामली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज है. इनकी काफी समय से तलाशी की जा रही थी. दोनों आरोपियों के नाम अरविंद राणा और राहुल है.
ईंधन की कीमत बढ़ने से आम आदमी परेशान, अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
अरविंद शामली जिले के झिंझाना थाना क्षेत्र के बझेड़ी का रहने वाला है. वहीं, राहुल मुजफ्फरनगर के थाना बुढ़ाना अंतर्गत बिटावदा गांव का रहने वाला है. दोनों के ऊपर धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
क्या है मामला ?
दरअसल, 28 नवंबर 2021 को प्रदेश के सभी 75 जिलों में यूपीटीईटी का आयोजन होना था. इस परीक्षा को नकल विहीन कराने को लेकर एसटीएफ को निर्देश दिये गये थे. इसी दौरान यह सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ लोग अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर पेपर को आउट कराकर प्रश्नपत्रों को भारी दाम पर अभ्यर्थियों को बेचकर आर्थिक लाभ अर्जित कर रहे हैं.
जौनपुर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट : स्कूल-कॉलेज और बाजारों में रखी जा रही निगरानी
इस गिरोह के द्वारा पेपर आउट कराने की जानकारी एसटीएफ को 28 नवंबर 2021 को मिली थी. इस पर एसटीएफ की विभिन्न टीमों के द्वारा अलग-अलग जिलों में गिरफ्तारी कर अभियोग पंजीकृत कराये गये थे.
शामली में भी अभियोग पंजीकृत
शामली के थाना कोतवाली में भी अभियोग पंजीकृत कराया गया था. इसमें तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. 29 नवंबर को बागपत के थाना बड़ौत के छचरपुर गांव के रहने वाले राहुल चौधरी और 30 नवंबर को अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के हजियापुर के रहने वाले गौरव कुमार को गिरफ्तार कर जेला भेजा गया था. वहीं, राहुल और अरविंद वांछित चल रहे थे.
एसटीएफ मेरठ की टीम को मिली सफलता
दोनों की गिरफ्तारी की लिए एसटीएफ मेरठ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह की टीम द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था और अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी. इसी दौरान मालूम चला कि अरविंद राणा अपने साथी राहुल से मिलने उसके गांव आया है. वहां से दोनों अभियुक्त कहीं दूर भागने की फिराक में है.
इसी दौरान मुखबिर के द्वारा सूचना मिली कि, दोनों अभियुक्त बिटावदा में मंदिर के पास खड़े हैं. इस सूचना पर टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.
प्रत्येक अभ्यर्थी से लिये गये 25-25 हजार रुपये
पुलिस पूछताछ में राहुल ने बताया, 28 नवंबर को होने वाली यूपी टीईटी का पेपर छह लाख रुपये की एवज में झाल निवासी मोनू ने मुझे दिये, जिसे मैंने 20-22 अभ्यर्थियों को पढ़ाया था. मैंने प्रत्येक अभ्यर्थी से 50-50 हजार रुपये लिये थे.
वरिष्ठ पत्रकार बृजमोहन सिंह रघुवंशी ने CM योगी को दी चैत्र नवरात्र व भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएं
वहीं, अरविंद राणा ने पूछताछ में बताया कि मैंने राहुल से कहा था कि तुम मोनू से यूपीटीईटी का पेपर ले आना. हम दोनों मिलकर अभ्यर्थियों को तैयार करेंगे. उसके बाद राहुल उक्त पेपर मोनू से लेकर आया था.