बलरामपुर:
अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे सोहेलवा वन क्षेत्र में शिकार की बड़ी साजिश को सशस्त्र सीमा बल (SSB) और वन विभाग की संयुक्त टीम ने नाकाम कर दिया। संयुक्त अभियान के दौरान टीम ने दो शिकारियों को मौके से गिरफ्तार किया, जबकि छह अन्य शिकारी घने जंगल का फायदा उठाकर फरार होने में कामयाब हो गए। मौके से टीम ने सूअर का मांस, शिकार के औजार, मोटरसाइकिल और साइकिल सहित कई सामान बरामद किए हैं।
सूचना पर हुई संयुक्त कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, सशस्त्र सीमा बल की 9वीं वाहिनी एफ समवाय सीरियानाका को गुप्त सूचना मिली थी कि सोहेलवा वन क्षेत्र में कुछ शिकारी सक्रिय हैं और वन्यजीवों का अवैध शिकार कर रहे हैं। सूचना मिलते ही एसएसबी और वन विभाग की टीम ने संयुक्त पेट्रोलिंग शुरू की।
पेट्रोलिंग के दौरान जब टीम सीमा स्तंभ संख्या 607 के पास पहुँची — जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग साढ़े सात किलोमीटर भारत की ओर स्थित है — तो शिकारियों ने जवानों को देखकर भागने की कोशिश की। टीम ने पीछा कर दो शिकारियों को मौके से दबोच लिया।
बरामदगी और मुकदमा दर्ज
गिरफ्तार शिकारियों की पहचान राकेश कुमार पासवान और वंशी के रूप में हुई है। दोनों आरोपी बलरामपुर जनपद के निवासी बताए जा रहे हैं। तलाशी के दौरान टीम को आरोपियों के पास से सूअर का मांस, शिकार करने के औजार, एक मोटरसाइकिल और एक साइकिल मिली।
वन विभाग ने दोनों गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ तथा फरार छह अन्य शिकारियों के विरुद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत केस संख्या 32/2025-2026 दर्ज कर लिया है।
सीमा क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा शिकार का खतरा
सोहेलवा वन्यजीव अभयारण्य नेपाल की सीमा से सटा हुआ है, जिसके कारण यहाँ पर अवैध शिकार और वन्यजीव तस्करी की गतिविधियों की आशंका बनी रहती है। सीमा सुरक्षा बल और वन विभाग की टीमों द्वारा समय-समय पर संयुक्त अभियान चलाकर इन पर अंकुश लगाने की कोशिश की जाती है।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में जंगल में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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