Monday , December 8 2025

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय महोबा पहुंचे, बीएलओ सहायक की आत्महत्या को बताया कार्यदबाव का परिणाम – परिवार को मुआवजे व नौकरी की मांग उठाई

लोकेशन – महोबा
रिपोर्टर – धर्मेंद्र कुमार
तारीख – 08.12.2025

महोबा में कबरई ब्लॉक के ग्राम पवा में तैनात बीएलओ सहायक एवं शिक्षामित्र शंकरलाल राजपूत द्वारा अत्यधिक कार्यदबाव के चलते आत्महत्या किए जाने की घटना ने पूरे प्रदेश में चिंता की लहर पैदा कर दी है। इसी घटना के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सोमवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करने पवा गाँव पहुँचे।

परिवार के बीच पहुँचकर अजय राय ने शोक संवेदना व्यक्त की और आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी इस मामले को पूरी गंभीरता से उठाएगी। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए, ताकि परिवार को आर्थिक सहारा मिल सके।


अजय राय ने सरकार और चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप

मीडिया से बातचीत में अजय राय ने कहा कि शंकरलाल की मौत सिर्फ एक अलग घटना नहीं है, बल्कि यह पूरे प्रदेश में बीएलओ और सहायक कर्मियों पर पड़ रहे असहनीय कार्यदबाव का परिणाम है।

उन्होंने दावा किया—

  • महोबा सहित उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में अब तक बीएलओ व संबंधित कर्मियों की मौतें हो चुकी हैं,

  • और इन मौतों की जिम्मेदारी राज्य सरकार और चुनाव आयोग पर है।

राय ने कहा कि SIR (Survey of Voter List) कार्य को इतने दबाव और समयसीमा में पूरा कराना, जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे कर्मचारियों के साथ गंभीर अन्याय है।


SIR कार्य के लिए समय सीमा बढ़ाने की मांग

अजय राय ने केंद्र और राज्य सरकार से कड़े शब्दों में मांग की कि SIR कार्य के लिए कम से कम 7–8 महीने का समय दिया जाए। उन्होंने कहा—

“बीएलओ और सहायक संविदा कर्मियों पर बिना तैयारी, बिना पर्याप्त संसाधन और बिना सुरक्षा के अत्यधिक दबाव डाला जा रहा है। यह दबाव उनकी जान पर भारी पड़ रहा है। सरकार को तत्काल समय सीमा बढ़ाकर उन्हें राहत देनी चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा कि चुनाव से जुड़ा यह काम अत्यंत जिम्मेदारी वाला है, लेकिन वर्तमान व्यवस्था में कर्मचारियों के साथ शोषण जैसा व्यवहार हो रहा है, जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी।


परिवार ने बताई पीड़ा, बढ़ा ग्रामीणों का आक्रोश

परिवारजनों ने अजय राय को बताया कि शंकरलाल कई दिनों से बढ़ते कार्यभार और दबाव से परेशान थे। उन्हें अत्यधिक समय तक काम करना पड़ रहा था तथा उच्चाधिकारियों की ओर से लगातार दबाव बनाया जा रहा था, जिससे मानसिक तनाव बढ़ गया।

घटना से पूरे पवा गांव सहित आसपास के क्षेत्र में शोक और आक्रोश है। ग्रामीणों ने भी मांग की है कि सरकार मृतक परिवार को उचित सहायता और सुरक्षा प्रदान करे तथा जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करे।


राजनीतिक हलचल तेज, सरकार पर बढ़ा दबाव

अजय राय की इस संवेदनात्मक मुलाकात के बाद घटना ने राजनीतिक रूप से भी गर्मी पकड़ ली है। कांग्रेस इस मामले को प्रदेश स्तर पर उठाने की तैयारी कर रही है।

इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि—
क्या उत्तर प्रदेश में बीएलओ और सहायक कर्मियों पर पड़ रहा कार्यदबाव उनकी जान ले रहा है?

अजय राय ने स्पष्ट कहा कि—

“यदि सरकार ने समय रहते सुधार नहीं किए, तो ऐसे हादसे रुकने वाले नहीं हैं।”

Check Also

Multi-Crore Theft in Jalaun: मेडिकल कॉलेज परिसर में बड़ी वारदात, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

जालौन जनपद में अपराधियों ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए राजकीय …