उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में देर रात एक ड्रैमेटिक मुठभेड़ में पुलिस ने दो बदमाशों को गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया। यह मुठभेड़ जिले के गुरबक्शगंज और लालगंज थाना क्षेत्र के बीच मेरुई तिराहे के पास हुई। पुलिस को बदमाशों के गिरोह के बारे में अहम सुराग पहले से मिल चुके थे, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई।
दरअसल, गुरबक्शगंज थाना पुलिस ने बीते दिन कुछ भैंस चोरों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि उनका गैंग फतेहपुर की ओर भागने की योजना बना रहा है। इस इनपुट के आधार पर लालगंज इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार और एसओजी इंचार्ज विजेंद्र शर्मा ने अपनी टीम के साथ देर रात चेकिंग अभियान शुरू किया।
चेकिंग के दौरान पुलिस को एक संदिग्ध वैगन-आर कार आती दिखाई दी। जब पुलिस ने कार को रोकने का इशारा किया, तो कार चालक ने स्पीड बढ़ा दी और कच्चे रास्ते की ओर भागने लगा। थोड़ी दूर जाने पर कार एक गड्ढे में फंस गई। कार से दो युवक उतरे और उन्होंने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की, जिसमें दोनों बदमाशों खलील और चाँद के पैरों में गोली लगी। घायल बदमाशों को तुरंत काबू में कर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मौके पर तलाशी के दौरान उनके पास से अवैध असलहे और नकदी भी बरामद हुई।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी फतेहपुर जनपद के निवासी हैं, जो पिछले कुछ समय से रायबरेली सीमा में गिरोह बनाकर भैंस चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस के अनुसार, इनका गैंग पहले से ही गंभीर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है और इन पर कई मामले दर्ज हैं।
फिलहाल दोनों घायल बदमाशों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस इनसे और भी पूछताछ कर रही है ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों का भी पता लगाया जा सके।