यूपी के कानपुर के कल्याणपुर में उल्टी दिशा से आए लोडर ने एक स्कूटी को टक्कर मार दी। स्कूटी सवार भाई-बहन हादसे में घायल हो गए। दोनों पौने घंटे तक सड़क पर तड़पते रहे, दोनों भाई-बहन की मौत हो गई। राहगीर वीडियो बनाते रहे।
कानपुर के कल्याणपुर में हुए दर्दनाक हादसे में भाई-बहन की मौत हो गई। बुधवार दोपहर करीब एक बजे पोस्टमार्टम के बाद भाई-बहन के शव मसवानपुर स्थित घर पहुंचते ही परिजन में कोहराम मच गया।
पिता मो. शकील और मां खुशनुमा बेसुध हो गई। कशिश बहन के शव से लिपटकर रोने लगी। वह चिलता-चिल्ला कर रोते हुए कह रही थी कि अब अप्पी किसे कहेंगे… उसका रोना देखकर पास खड़ी महिलाओं की आंखें भी नम हो गई।हर कोई परिवार को ढाढ़स बंधाता दिखाई दिया। मां बस एक ही रट लगाए थी… मेरा घर बर्बाद हो गया। बेटा चला गया… बेटी चली गई… अब किसके सहारे जिंदगी जिएंगे। बेटी की तमन्ना थी कि वह चिकित्सा के क्षेत्र में भविष्य बना परिवार का नाम रोशन करें। उसकी तमन्ना भी अधूरी रह गई। राजस्थान से परीक्षा देकर सुबह लौटी थी
मो. शकील ने बताया कि वह दो दिन पहले बेटी को लेकर राजस्थान के फतेहपुर गए थे। यहां उसका नर्सिंग का पेपर था। बेटी उनके साथ ही मंगलवार देर रात करीब दो बजे घर लौटकर आई थी। पिता के मुताबिक उन्हें साढ़े सात बजे घटना की जानकारी हुई।
सिर में गंभीर चोट लगने से हुई मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर गंभीर चोट आने और खून बहने से मौत की पुष्टि हुई है। हादसे का पता चलते ही मां खुशनुमा बानो, बहन कशिश, एलिस, मंतशा बेसुध हो गई। घरवाले रो-रोकर बेहाल हैं।
लोगों की संवेदनशीलता पर सवाल, नहीं की मदद
कल्याणपुर में जिस जगह हादसा हुआ है, वहां से पनकी रोड पुलिस चौकी मजर 800 मीटर दूर है, जबकि एक किलोमीटर के आसपास कल्याणपुर थाना पड़ता है। वहीं, करीब सवा दो किलोमीटर की दूरी पर कल्याणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है। घटनास्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर 80 से अधिक छोटे और बड़े नर्सिंगहोम हैं। हादसे के समय वहां से निकलने वालों ने अगर इन जगहों पर सूचना देने या घायलों को नर्सिंगहोम तक पहुंचाने में जरा सी भी तत्परता दिखाई होती तो अलशिफा और तौहीद की जान बच सकती थी। ऐसे में लोगों की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कल्याणपुर में उल्टी दिशा से आए लोडर ने स्कूटी को मारी टक्कर
कानपुर के कल्याणपुर में बुधवार तड़के मानवता शर्मसार हो गई। सड़क हादसे के बाद स्कूटी सवार भाई बहन पौने घंटे तक दर्द से तड़पते रहे। दोनों को अस्पताल पहुंचाने की बजाय राहगीर उनका वीडियो बनाते रहे। पुलिस और एंबुलेंस जब पहुंची, तब तक देर हो चुकी थी। सीएचसी में डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। स्कूटी से नर्सिंग की छात्रा और उसका 15 वर्षीय भाई कल्याणपुर स्टेशन जा रहे थे। केस्को सब स्टेशन के पास गलत दिशा से आए तेज रफ्तार लोडर ने स्कूटी को टक्कर मार दी और फरार हो गया। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। मसवानपुर निवासी साइकिल व्यापारी मो. शकील की आईआईटी गेट के नजदीक दुकान है। बड़ी बेटी अलशिफा (19) बिल्हौर के आरौल स्थित निजी कॉलेज में बीएससी नर्सिंग की छात्रा थी। बुधवार को उसकी परीक्षा थी। वह सुबह 5:05 बजे भाई तौहिद (15) के साथ घर से निकली। छोटा भाई उसे कल्याणपुर स्टेशन छोड़ता, जहां से उसे सुबह 5:20 बजे आरौल के लिए ट्रेन पकड़नी थी। स्कूटी अलशिफा चला रही थी। करीब दस मिनट बाद जैसे ही दोनों केस्को सब स्टेशन के पास पहुंचे तभी गलत दिशा से आए तेज रफ्तार लोडर ने उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी। दोनों उछलकर सड़क पर जा गिरे और घायल हो गए । चालक लोडर लेकर फरार हो गया। हादसे के बाद दोनों तड़पने लगे, राहगीरों की भीड़ बढ़ती गई, लेकिन किसी ने भाई बहन की मदद नहीं की। कुछ लोग मोबाइल से वीडियो भी बनाते रहे। एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय के मुताबिक, पीड़ित पक्ष जो तहरीर देगा, उसके आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।