भाजपा के प्रत्याशी ब्रजेन्द्र सिंह यादव ने छः साल में लगातार चौथी बार विधानसभा चुनाव जीतकर इतिहास रचा है। रविवार को विजय जुलूस निकल गया जो अथाईखेड़ा से प्रारंभ हुआ और विभिन्न ग्रामों से होता हुआ मुंगावली पहुंचा। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्र के लोगों द्वारा यादव का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर माला पहनकर मिठाई बांटकर स्वागत किया।
अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार ब्रजेन्द्र सिंह यादव ने छह साल में चार विधानसभा चुनाव लड़े और चारों बार जीत दर्ज की है। इसी दौरान कई जगह यादव को मिठाई श्रीफल आदि से तौला भी गया। ब्रजेन्द्र सिंह यादव विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार मुंगावली पहुंचे थे। इस दौरान धन्यवाद सभा में श्रीराम लीला मंच से कांग्रेसियों पर जामकर हमला बोला।
कांग्रेस के लोग कहते थे हमारी सरकार आ रही है
कांग्रेस के लोग कहते थे हमारी सरकार आ रही है। कमलनाथ जी मुख्यमंत्री बनेंगे। अब वो मुख्यमंत्री कैसे बनेंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ हमारी पार्टी के लोग कह रहे हैं जय जय श्रीराम तो इक तरफ जय जय कमलनाथ कह रहे हैं। मतलब श्रीराम से बड़े कमलनाथ हो गए है। उन्होंने कहा कि वो कमालनाथ की जय बोल रहे हैं, हम भगवान श्रीराम की जय बोल रहे हैं। समय तो उनका जब ही लग गया था जब वो कमलनाथ की जय बोल रहे थे।
भतीजे पर साधा निशाना
वहीं अपने रिश्ते में भतीजे लगने वाले और कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी यादवेन्द्र सिंह यादव का बिना नाम लिए कहा कि पर हमारे यहां भी विधायक बन रहे थे। वह भी कह रहे थे कि कांग्रेस की सरकार बन रही है और हम विधायक बन रहें है। वह भी बड़े ओवर कॉन्फिडेंस में थे, लेकिन मध्य प्रदेश की जनता ने वह इतिहास रच रहा है कि अब ना कमलनाथ जी बीच में बोलेंगे और ना कमलनाथ दिखाई देंगे। इसके साथ ही कहा कि मुंगावली की जनता ने जिसमें खासकर हमारी लाडली बहनों का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है।
तीन तारीख को हम दिखा देंगे
वहीं एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी का बिना नाम लिए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को बड़ी धौंसे आ रही थी कि तीन तारीख को देख लेंगे। लोगों ने कहा कि हमारे पास फोन पर धमकी आ रही थी कि तीन तारीख को देख लेंगे। हमने भी कार्यकर्ताओं से यह कह दिया की उनसे यह कह देना की तीन तारीख को हम दिखा देंगे। वहीं उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को मैंने पांच-पांच लाख रुपये मंजूर करवाए थे इलाज के लिए, मैंने कहा यह तो जरूर साथ देंगे, मगर वह आखरी में समय में धोखा दे गए।
चौथी बार बने विधायक
आपको बता दें कि यादव ने छः साल में चौथी बार विधानसभा का चुनाव जीता है। यादव पहली बार 2018 में क्षेत्र से तत्कालीन विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के निधन के बाद उपचुनाव लड़कर विधायक चुने गए थे, इसके बाद यादव ने 2018 का विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद जब सिंधिया कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में पहुंचे तो यादव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया और 2020 में भाजपा के टिकट पर उप चुनाव जीतकर एक बार फिर विधायक चुने गए।