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अमृत कलश यात्रा पहुंची देहरादून

सीएम धामी ने मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय अमृत कलश यात्रा में प्रतिभाग करते हुए यात्रा का स्वागत किया। कार्यक्रम के तहत दिल्ली में देशभर से लाए गए अमृत कलशों का सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भव्य स्वागत किया जाएगा। राज्यभर से होते हुए अमृत कलश यात्रा शनिवार को देहरादून पहुंच गई। सीएम पुष्कर सिंह धामी, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने यात्रा का स्वागत किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि देशभक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, एक राष्ट्र तभी महान बनता है, जब उसके नागरिकों के मन में अपने देश, अपनी संस्कृति, परंपरा और अपने सामर्थ्य पर पूर्ण विश्वास एवं गर्व का भाव होता है। हमारी देवभूमि, वीरों की भूमि है, बलिदानियों की भूमि है। ये बात हमारे सैनिकों ने अब तक हुए सभी युद्धों में सिद्ध की है। कहा, देशभक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है। सीएम धामी ने शनिवार को गढ़ीकैंट, निंबूवाला स्थित हिमालयन संस्कृति केंद्र में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय अमृत कलश यात्रा में प्रतिभाग करते हुए यात्रा का स्वागत किया। कार्यक्रम के तहत दिल्ली में देशभर से लाए गए अमृत कलशों का सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भव्य स्वागत किया जाएगा।                           

तपोभूमि की मिट्टी को राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक पहुंचाया जा रहा                     

मुख्यमंत्री ने कहा, अमृत कलश यात्रा में देवभूमि के सुदूरवर्ती अंचलों के 95 विकासखंडों व 101 नगर निकायों से 192 और नेहरू युवा केंद्र से 166 स्वयंसेवक उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह कलश यात्रा अमर शहीदों के त्याग एवं बलिदान को हमारे मस्तिष्क में चिरस्थायी रखने के उद्देश्य से संपूर्ण देशभर में मेरी माटी मेरा देश महाभियान के अंतर्गत चलाई जा रही है।

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, इस यात्रा के तहत अमर शहीदों की तपोभूमि की मिट्टी को अमृत कलश में दिल्ली स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक पहुंचाया जा रहा है। अमृत कलश यात्रा के तहत देशभर से 7,500 कलशों में आने वाली मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के पास अमृत वाटिका बनाई जाएगी। इस मौके पर सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, विधायक खजानदास, सुरेश सिंह चौहान, मधु भट्ट, अनिल डब्बू, राजेश शुक्ला, एचसी सेमवाल आदि मौजूद थे।

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