गाजियाबाद। उच्च न्यायालय फुल कोर्ट द्वारा जनपद की गाजियाबाद में तैनात रहे तत्कालीन सीजेएम हिमांशु भटनागर को टरमिनेट कर दिया है। उच्च न्यायालय की फुल कोर्ट ने उनकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
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बार एसोसिएशन के अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता नाहर सिंह यादव के अथक प्रयासों से ही ऐसा संभव हो पाया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता नाहर सिंह यादव ने बताया कि, उच्च न्यायालय की फुल कोर्ट द्वारा 12 मई को उनको टरमिनेट कर स्वीकृती के लिए राज्यपाल को तत्कालीन प्रदेश की भेज दिया है।
बार एसोसिएशन गाजियाबाद ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे
हिमांशु सीजेएम भटनागर के विरूद्ध बार एसोसिएशन गाजियाबाद ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाये थे और इस मामले की पैरवी उन्होंने की थी। उनके अथक प्रयास से ही उन्हें दोषी ठहराया गया था और अब उनको टरमिनेट कर दिया गया है।
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तत्कालीन सीजेएम हिमांशु भटनागर उनके खिलाफ कई बार अवमानना की कार्यवाही की ताकि वे नजारत काण्ड घोटाला की पैरवी न कर सकें। हिन्दुस्तान में न्याय पालिका में भ्रष्टाचार को उजागर करता है। इस मामले कई हाई कोर्ट न्यायाधीशों के विरूद्ध सीबीआई कोर्ट में आज भी मुकदमा चल रहा है।
संघर्ष के लिए दी जा रही बधाई
एडवोकेट नाहर सिंह यादव द्वारा न्याय के लिए किए संघर्ष के लिए उन्हें बधाई दी जा रही है। औरंगजेब खांन एडवोकेट, जितेन्द्र सिंह एडवोकेट, रतन सिंह एडवोकेट, जयवीर सिंह पूर्व डीजीसी, कुलदीप सिंह एडवोकेट, आदिल खांन एडवोकेट, विनोद एडवोकेट, विनय उपाध्याय एडवोकेट, उस्मान एडवोकेट, दिनेश यादव एडवोकेट, युसूफ निर्वाहन एडवोकेट, मन मोहन शर्माएडवोकेट, राजीव गुर्जर एडवोकेट, हरेन्द्र कसाना एडवोकेट, राजेन्द्र कसाना एडवोकेट आदि ने उन्हें बधाई दी।
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