ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर शुरू हुए विवाद पर अब बसपा चीफ मायावती की तरफ से भी बयान सामने आया है. मायावती ने इसे एक साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि, ये लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने की एक सोची-समझी साजिश है. साथ ही उन्होंने लोगों से भाईचारा बनाए रखने की भी अपील की.
बीजेपी को इस तरफ ध्यान देने की जरूरत – मायावती
ज्ञानवापी को लेकर जारी बवाल पर मायावती ने कहा कि, जिस तरह से षड़यंत्र के तहत लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काया जा रहा है, तो बीजेपी को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है कि किस चीज से हमारा देश मजबूत रहेगा. इसके साथ विशेषकर एक धर्म समुदाय से जुड़े स्थानों के नाम भी जो एक-एक कर बदले जा रहे हैं… इससे हमारे देश में शांति, सद्भाव और भाईचारी नहीं बल्कि आपसी नफरत की भावना ही पैदा होगी. ये सब काफी चिंतनीय है.
मायावती ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, इससे देश की आम जनता और सभी धर्मों के लोग जरूर सतर्क रहें. इससे न तो देश का भला होगा और ना ही आम जनता का इससे भला होगा. उन्होंने कहा कि, बसपा की लोगों से इस मामले में यही अपील है कि वो आपसी भाईचारा कायम रहे.
बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे का काम पूरा हो चुका है. जिसके बाद अब कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी जा रही है. इससे पहले मस्जिद में मिले शिवलिंग को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. वहीं इस मामले को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी मुस्लिम पक्ष के समर्थन में उतर आया है और हर तरह की मदद की बात कही है. साथ ही बोर्ड का एक डेलीगेशन इस मसले पर राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा.