नई दिल्ली। नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है. इन दोनों लोगो को एनआईए ने बीती रात मुंबई से गिरफ्तार किया है. ये दोनों गुर्गे दाउद की डी कंपनी का अवैध कामकाज देखते थे और आतंकी गतिविधियों का फाइनेंस करने का काम भी करते थे.
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इन दोनों गुर्गों को एनआईए की विशेष अदालत में आज पेश किया जाएगा. बता दें कि एनआई 3 दिनों से अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही थी. एनआईए ने ऐसे 21 लोगों से पूछताछ की थी जिसके बाद दाउद के दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
4 दिन पहले दाउद के 20 ठिकानों पर एनआईए ने की थी छापेमारी
अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम पर शिकंजा कसते हुए एनआई ने 4 दिन पहले 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ये 20 ठिकाने दाउद के शार्प शूटर्स, तस्करों, डी कंपनी के रियल स्टेट मैनेजर से जुड़े हुए थे. इसके अलावा हवाला ऑपरेटर्स के यहां भी छापेमारी की थी.
कहा जा रहा है कि एनआईए ने ये छापेमारी एनसीपी नेता नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद अहम सुराग मिलने के बाद की गई थी. गृह मंत्रालय के आदेश के बाद एनआईए ने दाउद इब्राहिम और डी कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया और उसके बाद जांच शुरू की. अब छापेमारी के बाद 2 गिरफ्तारी की हैं.
दाउद इब्राहिम के खिलाफ गृह मंत्रालय ने कसा शिकंजा
दाउद इब्राहिम और डी कंपनी के खिलाफ गृह मंत्रालय ने शिकंजा कस दिया है. गृह मंत्रालय ने फरवरी के महीने में ही दाउद इब्राहिम से जुड़े मामलों की जांच एनआईए को सौंप दी थी. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय दाउद से जुड़े मामलों की जांच कर रही थी. नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी आतंक से जुड़े मामलों की जांच करती है और ऐसे मामलों के लिए देश की सबसे बड़ी एजेंसी है.
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गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक डी कंपनी और दाउद इब्राहिम देश में टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, फेक करेंसी और ड्रग्स की स्मगलिंग का व्यापार कर आतंक फैलाने का काम करे हैं. सिर्फ यही नहीं दाउद और उसकी कंपनी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अलकायदा के जरिए भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रही है.