आज का पंचांग पंचमी
सूर्योदयः– प्रातः 06:11:00
सूर्यास्तः– सायं 05:49:00
विशेषः- जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिव लिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान महादेव जी की कृपा बरसती है ।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः– दक्षिणायन
ऋतुः– बसंत ऋतु
मासः– फाल्गुन माह
पक्षः– शुक्ल पक्ष
तिथिः– पंचमी तिथि 22:33:53 तक तदोपरान्त षष्ठी तिथि
तिथि स्वामीः– पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता हैं तथा षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं।
नक्षत्रः भरणी नक्षत्र 29:54:43 तक तदोपरान्त कृतिका नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः– भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र देव हैं तथा कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्य जी हैं।
योगः– इंद्र 23:59:03 तक वैधृति
दिशाशूलः– आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जायें।
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 02:00:00 से 03:28:00 तक
राहुकालः– आज का राहु काल 08:08:00 से 09:36:00 तक
तिथि का महत्वः- यह तिथि समस्त शुभ कार्यों के लिए शुभ है तथा इस तिथि में ऋण किसी भी कीमत पर न दें।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”
Astrologer Dr. Trilokinath