नई दिल्ली। जैसे जैसे पंजाब चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे वैसे राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो रहे हैं. कांग्रेस पंजाब में अपनी कुर्सी बचाने के लिए तमाम कोशिशें कर रही हैं.
डॉ. मनमोहन सिंह ने मोर्चा संभाला
इसी कड़ी में उसने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भी उतार दिया है. गुरुवार को डॉ. मनमोहन सिंह ने मोर्चा संभाला और केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया.
‘संबंध गले लगाने या अचानक बिरयानी खाने से नहीं बनते’
पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि, कोरोना के दौरान केंद्र सरकार की खराब नीतियों के कारण लोग आर्थिकता, बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई से परेशान हैं. 7.5 साल सरकार चलाने के बाद सरकार अपनी गलती मानने और उसमें सुधार करने की जगह पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराने पर लगी है.
संबंध किसी दूसे देश के नेता को गले लागकर या अचानक बिरयानी खाने के लिए पहुंचने से नहीं बनते. इस सरकार का नकली राष्ट्रवाद जितना खोखला है, उतना ही खतरनाक है.
संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा
इनका राष्ट्रवाद अंग्रेजों की ‘बांटों और राज करो’ की नीति पर टिका है. संवैधानिक संस्थाओं को लगातार कमजोर किया जा रहा है. ये सरकार विदेश नीति के मोर्चे पर भी पूरी तरह फेल साबित हुई है.
आर्थिक और विदेश नीति, दोनों ही जगह केंद्र सरकार फेल
लोगों के मन में कांग्रेस के टाइम में हुए अच्छे काम अब भी याद हैं. पीएम के सुरक्षा के मुद्दे पर बीजेपी वालों ने पंजाब के सीएम और लोगों का अपमान करने की कोशिश की है. मनमोहन सिंह यहीं नहीं रुके, उन्होंने आर्थिक मोर्चे पर भी सरकार को घेरा.
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उन्होंने कहा कि, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को आर्थिक नीति की कोई समझ नहीं है. मामला देश तक ही सीमित नहीं है. यह सरकार विदेश नीति पर भी विफल रही है. चीन हमारी सीमा पर बैठा है और हमें दबाने की कोशिश की जा रही है.