लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखनऊ में ‘साहिबजादा दिवस में हिस्सा लिया और गुरुद्वारे पहुंचकर मत्था टेका। योगी ने गुरु गोविंद सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि, अत्याचार और अधर्म के विरुद्ध संघर्ष करने के लिए साहिबजादा दिवस’ सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
साहेबजादों ने धर्म व देश की रक्षा के लिए बलिदान दिया
सीएम योगी ने कहा कि, जब बाबर के हमले भारत में हो रहे थे, आताताइयों ने पूरे धर्म को इस्लाम में बदलने और भारत को गुलाम बनाने की उनकी मंशा को सिख गुरुओं ने पूरा नहीं होने दिया। कौन नहीं जानता कि, जब औरंगजेब के सिपहसालार ने गुरु गोविंद सिंह जी के साहेबजादों को लालच देने का प्रयास किया था, लेकिन साहेबजादों ने दीवार में चुनना पसंद किया और धर्म व देश की रक्षा के लिए बलिदान होना स्वीकार किया।
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हमारे देश का इतिहास है कि एक तरफ औरंगजेब बाबा काशी विश्वनाथ का मंदिर तोड़ता है तो दूसरी तरफ राजा रणजीत सिंह ने विश्वनाथ मंदिर को स्वर्ण मंडित किया। हमें सोचना है कि हमें औरंगजेब का सम्मान करना है या राजा रणजीत सिंह जी का।
साहिबजादा दिवस सदैव प्रेरणा देता रहेगा
योगी ने सोमवार को ट्वीट किया, “देश, धर्म और मानवता के लिए बलिदान देने वाले साहिब श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चार साहिबजादों एवं माता गुजरी जी के बलिदान को समर्पित ‘साहिबजादा दिवस पर उन्हें कोटिशः नमन। अत्याचार और अधर्म के विरुद्ध संघर्ष करने के लिए साहिबजादा दिवस सदैव प्रेरणा देता रहेगा।”
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश सिंह समेत कई प्रमुख लोग शामिल हुए।