बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने संविधान दिवस पर निजी संस्थानों में भी आरक्षण देने का मुद्दा फिर उठाया। उन्होंने केन्द्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार से मांग की है कि वे निजी आरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाएं। साथ ही कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी जैसे दल पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता है।
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने संविधान दिवस के दिन शुक्रवार को कहा कि देश के संविधान में आरक्षण के लिए जो व्याख्या की गई है। उसे ठीक से पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निजी संस्थानों में आरक्षण नहीं दिया जाता है। इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार को प्रभावी कदम उठाने चाहिए थे, जो उन्होंने नहीं उठाए। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सपा जैसे दल पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता है।
इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश में बसपा के विधानमंडल दल का नया नेता चुनने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बसपा विधायक उमाशंकर सिंह को पार्टी का विधानमंडल दल का नेता चुना गया है। बता दें कि उमाशंकर बलिया जिले की रसड़ा विधानसभा सीट से विधायक हैं। रसड़ा से वे दो बार विधायक चुन करके विधानसभा पहुंचे हैं।
गौरतलब है कि आजमगढ़ की सगड़ी विधानसभा सीट से बसपा विधायक वंदना सिंह के बाद गुरुवार को पार्टी के विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बसपा सुप्रीमो को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। साथ ही, उन्होंने कहा कि 21 नवंबर को आपसे मुलाकात में मुझे लगा कि पार्टी के प्रति मेरी निष्ठा और ईमानदारी के बावजूद आप संतुष्ट नहीं हैं। अगर मेरे नेता मुझसे या मेरे काम से संतुष्ट नहीं हैं तो मैं पार्टी पर बोझ नहीं बनना चाहता।