अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म ‘पृथ्वीराज’ को लेकर विवाद शुरू हो गया है। यशराज बैनर तले बनी फिल्म का जैसे ही टीजर रिलीज़ हुआ, कई समुदायों ने बवाल खड़ा कर दिया। फिल्म 21 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज़ के लिए तैयार है।
फिल्म को लेकर सबसे मुखर आवाज़ राजस्थान से आ रही है। दरअसल राजपूत और गुर्जर दोनों ही समाज के लोगों ने पृथ्वीराज को अपने-अपने समाज का सम्राट होना बताया है और फिल्मकारों को चेताया है कि इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे पहले भी पदमावत और जोधा अकबर जैसी फिल्मों को विवाद हो चुका है। अब इस फिल्म के रिलीज से पूर्व ही एक बार फिर बवाल होता दिखाई दे रहा है।
गुर्जर समाज के लोग मानते हैं कि ये फिल्म कवि चंद बरदाई के महाकाव्य पृथ्वीराज रासो पर आधारित है, साथ ही समाज यह भी मानता है कि चंद बरदाई सम्राट के दरबार में कवि थे, इसलिए उन्होंने राजा के बारे में जो वर्णन किया है वह बहुत ही काल्पनिक है। इस आधार पर समाज मानता है कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ जरूर हुई होगी।
मिहिर आर्मी संगठन के हिम्मत सिंह गुर्जर ने फिल्म को लेकर धमकी दी है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ”मैं यशराज बैनर को बता देना चाहता हूँ गुर्जर समाज के इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई तो अंजाम बुरा होगा, हम इतिहास बचाने की लड़ाई लिए पहले से तैयार है। ये चेतावनी नहीं धमकी है।”
वहीं राजपूत समाज ने फिल्म के नाम और कई किरदारों को लेकर आपत्ति जताई है। राजपूत करणी सेना के नेता महिपालसिंह मकराना ने फिल्म का टाइटल न बदले जाने पर विरोध करने की बात कही है।