प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को उत्तर प्रदेश में 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को देश को समर्पित करेंगे। खास बात यह है कि कार्यक्रम में पीएम मोदी की एंट्री सी-130 सुपर हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में होगी। उद्घाटन के बाद सीएम योगी का ये ड्रीम प्रोजेक्ट आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
उद्घाटन के बाद वायुसेना के जांबाज पायलट एयर शो भी दिखाएंगे। इसके लिए 30 फाइटर जेट्स को पूर्वांचल एक्सप्रेस पर उतारने की तैयारी की जा रही है। यह एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा। 42 हज़ार करोड़ रुपये की लागत से बना ये एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होता है जो लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर गुजरेगा।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बतौर मिशन लिया और रिकॉर्ड समय में पूरा किया। यहां पर निर्माण काल कोरोना संक्रमण काल में भी एक दिन के लिए रुका। पीएम नरेन्द्र मोदी ने जुलाई 2018 में इसका शिलान्यास किया था और अक्टूबर-2018 से यहां पर कार्य शुरू कर दिया गया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ के रास्ते लखनऊ से गाजीपुर तक छह लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण का शुभारंभ किया था। भविष्य में एक्सप्रेस-वे को आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार का दावा है कि एक्सप्रेसवे न केवल औद्योगिक गतिविधियों के लिए रास्ता खोलेगा, बल्कि पूर्वांचल के विकास को भी बढ़ावा देगा और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्रदान करेगा। उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार का ध्यान सड़कों और वायुमार्ग से संबंधित पांच प्रमुख विकास परियोजनाओं पर है। इनमें से कुछ परियोजनाएं चुनाव से पहले पूरी हो जाएंगी, जबकि अन्य पर काम चुनाव के बाद भी जारी रहेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार नियमित रूप से चार प्रमुख एक्सप्रेस-वे की प्रगति की निगरानी कर रही है, जिनमें से तीन पर काम चल रहा है, जबकि चौथे पर काम शुरू होना बाकी है। ये हाईवे उत्तर प्रदेश के हर हिस्से को राजधानी लखनऊ से जोड़ेंगे। इन विकास परियोजनाओं का बीजेपी को आने वाले विधानसभा चुनाव में फायदा मिलने की पूरी उम्मीद है।