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लखनऊ की ACP श्वेता श्रीवास्तव को मिलेगा केंद्रीय गृहमंत्री पदक

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) की ओर से जांच में उत्कृष्टता के लिए मिलने वाला केंद्रीय गृह मंत्री पदक 2021 (Union Home Minister Medal 2021) से इस बार यूपी के 10 पुलिस कर्मियों को इससे नवाजा जाएगा.

इन पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा पदक

जिसमें लखनऊ की एसीपी श्वेता श्रीवास्तव (ACP Shweta Srivastava) समेत 7 इंस्पेक्टर और 2 सब इंस्पेक्टर का नाम शामिल है. ये पदक इन पुलिसकर्मियों को 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस (Independence day) के दिन दिया जाएगा.

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अपराध के खिलाफ किया बेहतर काम

बता दें कि, बेहतरीन विवेचना और अपराध नियंत्रण पर अच्छा काम करने के लिए ये पदक दिया जाता है. एसीपी श्वेता लखनऊ की एकमात्र अधिकारी हैं, जिन्हें केंद्रीय गृह मंत्री पद दिया जा रहा है.

एसीपी श्वेता श्रीवास्तव ने एक धोखाधड़ी के मामले में न केवल बेहतरीन विवेचना की, बल्कि कोर्ट में उनकी पैरवी से सभी आरोपी अभी तक जेल में है और उनको जमानत नहीं मिल पाई है. जिसमें एक सेवानिर्वित आईपीएस भी शामिल है.

कैसा रहा श्वेता श्रीवास्तव का कार्यकाल?

2007 बैच की PPS अधिकारी श्वेता इससे पहले मिर्जापुर बाराबंकी और रायबरेली में तैनात रही हैं. नक्सल क्षेत्र में उन्होंने CO नक्सल के रूप में भी काम किया है.

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इसके अलावा डायल 112 में सेवा देने के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में विमेन अगेंस्ट क्राइम और एसीपी क्राइम के पद पर रहते हुए दहेज उत्पीड़न दहेज हत्या महिलाओं के साथ छेड़छाड़ पशु तस्करी पर बेहतरीन काम करके आरोपियों को सजा दिलवाई.

पूरे देश में 152 पुलिस कर्मियों को मिलेगा केंद्रीय गृहमंत्री पदक

केंद्रीय गृहमंत्री पदक पूरे देश में 152 पुलिस कर्मियों को दिया जा रहा है. ये पदक किसी भी अपराध की जांच में उच्च मानकों को स्थापित करके पेशेवर रवैये को बढ़ाने, ईमानदारी, कर्त्तव्यनिष्ठा व काम से असाधारण साहस का परिचय देने वाले पुलिस कर्मियों को यह मेडल 2018 से दिया जा रहा है. इस पदक का उद्देश्य पुलिसर्मियों को प्रोत्साहित करना है.

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लखनऊ में एसीपी गोमतीनगर के पद पर तैनात हैं श्वेता श्रीवास्तव

मूलरूप से गोरखपुर की रहने वाली श्वेता श्रीवास्तव 2007 बैच की पीपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वह लखनऊ में एसीपी गोमतीनगर के पद पर तैनात हैं। श्वेता श्रीवास्तव ने मीरजापुर, रायबरेली और बाराबंकी में बतौर सीओ सिटी तैनात रहते दो दर्जन से अधिक दहेज प्रताड़ना, पशु तस्करी और ठगी  के मामलों की विवेचना की। इन मामलों में आरोपियों को जेल भेजा।

कई लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा

विवेचना में इतने साक्ष्य प्रस्तुत किये गये कि, जालसाजी और पशुतस्करी के मामलों में आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से भी जमानत नहीं मिली। मिर्जापुर में सीओ एंटी नक्सल के रुप ममें कई नक्सलवादियों को भी जेल भेजा।

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साथ ही रास्ते पर लाने के लिए घर वापसी का अभियान भी शुरू किया था। जिसमें कई लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा।

मिल चुका डीजीपी प्रशंसा चिन्ह

एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव को 2020 में दर्जन भर दहेज, जालसाजी, पशु तस्करी ओर हत्या के मामलों की विवेचना कर रही थी। इन विवेचना में उन्होंने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की।

आरोपियों के खिलाफ इलेक्ट्रिानिक, वैधानिक और मौके पर मिले साक्ष्यों और गवाहों के बयान की कड़ियों को सही से पिरोते हुए सजा दिलाई। श्वेता के विवेचना में आरोपियों के बचने के लिए कोई भी रास्ता नहीं दिखा। श्वेता के मुताबिक, उनको पिछले साल डीजीपी प्रशंसा चिन्ह भी मिल चुका है।

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