जालौन जनपद में प्रशासन द्वारा पेंशनरों के सम्मान और उनकी समस्याओं के समाधान हेतु एक भव्य और गरिमामय “पेंशनर दिवस” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कलेक्ट्रेट परिसर में बड़ी संख्या में पेंशनरों की उपस्थिति में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने की, जबकि पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य था — “पेंशनरों के प्रति सम्मान की भावना को सशक्त करना और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना।”
पेंशनरों ने रखीं अपनी समस्याएं, डीएम ने दिए तत्काल निस्तारण के निर्देश:
कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त पेंशनर्स बड़ी संख्या में शामिल हुए। पेंशनरों ने अपनी पेंशन संबंधी समस्याएं, बकाया भुगतान, मेडिकल बिल, दस्तावेज़ सत्यापन और अन्य प्रशासनिक मुद्दे जिलाधिकारी के समक्ष रखे।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने प्रत्येक प्रकरण को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा —
“पेंशनरों की समस्याओं का समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही या विलंब स्वीकार नहीं किया जाएगा। सभी अधिकारी पेंशनरों के मामलों में संवेदनशीलता और सम्मान का भाव रखें।”
सभी यूनियनों की सक्रिय भागीदारी:
पेंशनर दिवस में शिक्षक पेंशन यूनियन, राज्य कर्मचारी पेंशनर्स यूनियन, पुलिस पेंशनर्स यूनियन, वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति, और विभिन्न विभागों से जुड़े सेवानिवृत्त कर्मचारियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सभी ने प्रशासन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजन पेंशनरों और प्रशासन के बीच संवाद और विश्वास का सेतु बनाते हैं।
95 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ पेंशनरों का विशेष सम्मान:
कार्यक्रम का सबसे भावुक और प्रेरणादायक क्षण तब आया जब 95 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ पेंशनरों को शॉल ओढ़ाकर और माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा —
“हमारे वरिष्ठ पेंशनर न केवल जनपद की धरोहर हैं, बल्कि उनका अनुभव और ज्ञान हमारी प्रशासनिक कार्यप्रणाली के लिए प्रेरणास्रोत है। उनका आशीर्वाद और सुझाव हमें निरंतर सही दिशा प्रदान करते हैं।”
प्रशासन ने दिखाया संवेदनशील और सेवा भाव:
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पेंशनर मामलों को समयबद्धता और पारदर्शिता के साथ निस्तारित करें। उन्होंने कहा कि
“किसी भी सेवानिवृत्त कर्मचारी को अपनी मेहनत की पेंशन के लिए कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें, यह हमारी जिम्मेदारी है।”
पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने भी पेंशनरों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस विभाग हमेशा वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनरों की सुरक्षा और सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने उपस्थित सभी पेंशनरों को सुरक्षा और सुविधा से संबंधित हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी भी दी।
पेंशनरों ने दी अपनी राय:
कई पेंशनरों ने मंच पर अपनी बातें रखीं और प्रशासन की इस पहल की प्रशंसा की। कुछ ने सुझाव दिया कि हर छह माह में इस तरह का “पेंशनर संवाद दिवस” आयोजित किया जाए ताकि समस्याओं का समय-समय पर समाधान हो सके।
शिक्षक पेंशन यूनियन के प्रतिनिधि ने कहा —
“यह कार्यक्रम पेंशनरों को न केवल सम्मान देता है, बल्कि प्रशासन की संवेदनशील छवि भी प्रस्तुत करता है।”
समारोह का वातावरण रहा सौहार्दपूर्ण और प्रेरणादायक:
पूरे कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक अधिकारी, पेंशनर्स यूनियन के प्रतिनिधि और वरिष्ठ नागरिक एक परिवार की तरह संवाद करते दिखे। माहौल भावनात्मक और सकारात्मक रहा। पेंशनरों ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह आयोजन प्रशासनिक पारदर्शिता और मानवीय संवेदना का उत्कृष्ट उदाहरण है।
जालौन जनपद में आयोजित यह “पेंशनर दिवस” कार्यक्रम न केवल एक प्रशासनिक आयोजन था, बल्कि वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान और सेवा का प्रतीक भी बना। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में प्रशासन ने यह संदेश दिया कि सेवानिवृत्त कर्मियों का अनुभव और योगदान सदैव सम्मानित रहेगा।
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