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कुठौंद थाना प्रभारी की संदिग्ध मौत: सरकारी क्वार्टर में खुद को गोली मारी, जांच में जुटी फोरेंसिक टीम

स्लग: कुठौंद थाना प्रभारी की मौत–संदिग्ध परिस्थितियों में खुद को गोली मारी
रिपोर्टः हरिमाधव मिश्र, जनपद जालौन

जालौन जनपद के कुठौंद थाना क्षेत्र से शुक्रवार देर रात एक बेहद चौंकाने वाली और दुखद खबर सामने आई है। थाना प्रभारी अरुण कुमार राय ने संदिग्ध परिस्थितियों में अपने सरकारी आवास पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से गोली मारकर जान दे दी। गोली चलने की आवाज सुनते ही थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई और पुलिसकर्मी घटनास्थल की ओर भागे।


🔶 गंभीर हालत में उरई रेफर, इलाज के दौरान मौत

गोली लगने के बाद थाना स्टाफ ने तुरंत उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें उरई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
जहाँ इलाज के दौरान डॉक्टरों ने थाना प्रभारी को मृत घोषित कर दिया

उनकी मौत की खबर फैलते ही पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ पड़ी।


🔶 एसपी और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे, फोरेंसिक टीम जुटी साक्ष्य

घटना की जानकारी मिलते ही एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार, एएसपी प्रदीप कुमार वर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी देर रात ही मौके पर पहुँच गए।
फोरेंसिक टीम ने टीआई के क्वार्टर से

  • हथियार,

  • कारतूस,

  • खून के नमूने,

  • कमरे की स्थिति
    आदि सभी महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए हैं।

पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि—

“यह आत्महत्या थी या किसी और कारण से गोली चली, इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाज़ी होगा। जांच के बाद ही वास्तविक कारण सामने आएगा।”


🔶 रात 9:30 बजे चली गोली, पूरा थाना परिसर दहला

जानकारी के अनुसार रात करीब 9:30 बजे थाना प्रभारी के क्वार्टर से अचानक फायरिंग की तेज आवाज आई।
स्टाफ तुरंत अंदर पहुँचा, जहाँ अरुण कुमार राय खून से लथपथ हालत में गिरे मिले

तुरंत एंबुलेंस बुलाई गई और उन्हें अस्पताल पहुँचाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी।

घटना के बाद थाना परिसर में दहशत और सदमे का माहौल है। पुलिसकर्मी भी पूरी घटना को लेकर स्तब्ध हैं।


🔶 थाना प्रभारी का बैकग्राउंड: लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान हुई थी जालौन में पोस्टिंग

मूल रूप से गोरखपुर जिले के निवासी अरुण कुमार राय काफ़ी अनुशासित और शांत स्वभाव के अधिकारी माने जाते थे।
उनकी जालौन जनपद में पोस्टिंग लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान हुई थी।
इसके बाद वे कोंच और उरई में भी तैनात रहे।

करीब चार महीने पहले उन्हें कुठौंद थाने का प्रभार सौंपा गया था।
स्थानीय पुलिस और स्टाफ के अनुसार थाना प्रभारी अपने काम को लेकर हमेशा गंभीर और जिम्मेदार रहते थे।


🔶 मौत की वजह पर कई सवाल, पुलिस ने बढ़ाई गोपनीयता

घटना आत्महत्या है या किसी और वजह से हुई—यह सबसे बड़ा सवाल है।

प्रशासन इस मामले को बेहद संवेदनशील मानते हुए जांच को गोपनीय रख रहा है।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है—

“मौत का कारण पोस्टमार्टम, फोरेंसिक रिपोर्ट और जांच के बाद ही स्पष्ट होगा।”

एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने भी मीडिया से कहा:

“हम सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रहे हैं। जल्दबाज़ी में किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुँचेंगे।”


🔶 थाना परिसर में माहौल गमगीन

शनिवार सुबह से ही कुठौंद थाना परिसर में भारी पुलिस बल की मौजूदगी देखी जा रही है।
पुलिसकर्मियों में शोक का माहौल है, और कई साथी अधिकारी उनकी कार्यशैली और व्यवहार को याद करते हुए भावुक हो रहे हैं।

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