लखीमपुर-खीरी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखीमपुर खीरी जिले के विश्व कल्याण आश्रम, कबीरधाम, मुस्तफाबाद में आयोजित ‘स्मृति प्राकट्योत्सव मेला-2025’ में शामिल होकर संत समाज और श्रद्धालुओं को संबोधित किया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय संत श्री असंग देव जी के सान्निध्य में भव्य रूप से संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि संतों और महापुरुषों के मार्गदर्शन से ही समाज में सद्भाव, एकता और राष्ट्रभावना का विकास संभव है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की जड़ें संत परंपरा में गहराई से निहित हैं, जो हमें मानवता, करुणा और लोककल्याण का संदेश देती हैं।
सीएम योगी ने कहा, “संत समाज ने हमेशा समाज को दिशा देने का कार्य किया है। उनके उपदेशों और त्याग से ही राष्ट्र में आध्यात्मिक चेतना का विकास होता है। आज भी जब समाज में विभाजन या भटकाव की स्थिति आती है, तो संत मार्गदर्शन देकर उसे एकजुट करते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और कल्याण योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। सरकार का उद्देश्य ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मंत्र के साथ समाज में समानता और आत्मनिर्भरता को सशक्त बनाना है।
मुख्यमंत्री ने विश्व कल्याण आश्रम द्वारा संचालित सामाजिक, शैक्षिक और धार्मिक गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थान समाज में सेवा, शिक्षा और संस्कार का कार्य कर रहे हैं, जो प्रदेश और देश दोनों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री का संतों ने स्वागत किया। आश्रम परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मुख्यमंत्री ने संत असंग देव जी के आशीर्वाद लेकर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और शांति की कामना की।
अंत में मुख्यमंत्री ने कहा, “जब समाज में आध्यात्मिकता और राष्ट्रभावना एक साथ चलती है, तब ही सच्चे अर्थों में ‘रामराज्य’ की स्थापना संभव होती है।”
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