बुलंदशहर: बुलंदशहर में अवैध धर्मांतरण के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करने के लिए स्थानीय हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। “धर्म की रक्षा कौन करेगा, हम करेंगे” जैसे नारों से इलाका गुंजायमान रहा।
सैकड़ों कार्यकर्ता काला आम स्थित मलकापार्क से निकलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अपनी मांगें रखीं। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में ही हनुमान चालीसा का पाठ भी किया, जिससे वहां धार्मिक और राजनीतिक भावना का मिश्रण देखने को मिला।
प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न राष्ट्रविरोधी ताकतों पर आरोप लगाया कि वे छल, बल और प्रलोभन के माध्यम से लोगों को बहकाकर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से अनुच्छेद 25 का हवाला देते हुए कहा कि कुछ लोग लालच और दबाव डालकर गरीब और पिछड़े समुदायों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि विदेशी धन और आधुनिक मशीनरी के जरिए गांव-गांव और निर्धन बस्तियों को निशाना बनाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने बुलंदशहर के एडीएम और प्रशासनिक अधिकारियों को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर इस गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के बैनर तले आयोजित किया गया। प्रदर्शन का मकसद लोगों को अवैध धर्मांतरण के खतरे से जागरूक करना और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग करना बताया गया।
इस घटना के बाद बुलंदशहर में प्रशासन और स्थानीय समुदाय के बीच सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
Hind News 24×7 | हिन्द न्यूज़ Latest News & Information Portal