कन्नौज। छिबरामऊ क्षेत्र की ग्राम पंचायत मिघौली में जिला अधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने मंगलवार को औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें कई खामियाँ मिलीं, जिसके बाद उन्होंने बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम सचिव को निलंबित करने और ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार सीज करने के आदेश जारी कर दिए।
गौशाला में गंदगी और लापरवाही का आलम
निरीक्षण के दौरान डीएम ने अस्थायी गौशाला मिघौली का जायजा लिया। यहाँ का हाल देखकर वे भड़क उठे। गौशाला में भारी गंदगी फैली हुई थी और देखरेख के लिए कोई केयरटेकर मौजूद नहीं था। साथ ही, बीमार गोवंश का उपचार भी नहीं कराया गया था। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए डीएम ने ग्राम सचिव सचिन को निलंबित कर दिया। साथ ही, ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकार सीज करने के आदेश दिए।
विद्यालय निर्माण कार्य में मिली खामियाँ
डीएम ने अपने निरीक्षण के दौरान 46 करोड़ की लागत से बन रहे जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पाया कि निर्माण कार्य में घटिया ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है। मानक के विपरीत सामग्री का उपयोग देखकर उन्होंने मौके पर ही जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार लगाई। डीएम ने साफ कहा कि अगर निर्माण कार्य में गुणवत्ता से समझौता किया गया तो संबंधित पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीएम का कड़ा संदेश
निरीक्षण के बाद डीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चाहे वह पशुओं की देखभाल से जुड़ा मामला हो या करोड़ों की लागत वाले निर्माण कार्य—गुणवत्ता और जिम्मेदारी दोनों पर ध्यान देना अनिवार्य है।
छिबरामऊ क्षेत्र के ग्राम पंचायत मिघौली का यह मामला अब चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रशासन की इस कार्रवाई से अन्य जिम्मेदार अधिकारियों और प्रधानों को भी सख्त संदेश गया है कि लापरवाही करने वालों पर अब सीधे कार्रवाई होगी।
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