Friday , December 5 2025

BMW CASE: नजदीकी अस्पताल तक मदद नहीं, गगनप्रीत के उलट-पुलट बयान… कब सुलझेगी मिस्ट्री?

दिल्ली में बीएमडब्ल्यू कार हादसे में जान गंवाने वाले भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में कार्यरत उपसचिव नवजोत की पत्नी ने गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह पास के अस्पताल ले जाने की गुहार लगाती रहीं, लेकिन उन्होंने अनसुनी कर दी। कार पलटने से आरोपी महिला और पति भी हो घायल गए थे। राजधानी दिल्ली में बीएमडब्लू कार हादसे में घायल भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में कार्यरत उप सचिव नवजोत सिंह को पास के अस्पताल ले जाने की उनकी पत्नी की गुहार नहीं सुनी गई। कार सवार अपनी ही धुन में लहूलुहान हालत में नवजोत को करीब 20 किमी दूर मुखर्जी नगर स्थित न्यूलाईफ अस्पताल ले गए। अगर उन्हें प्राथमिक उपचार समय से मिल जाता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी। यह आरोप नवजोत सिंह की पत्नी संदीप कौर ने कार चला रही महिला गगनप्रीत कौर पर लगाए।संदीप कौर ने बताया कि वह अपने पति नवजोत सिंह और बेटा 21 साल के नवनूर के साथ प्रताप नगर जेल रोड में रहते थे। वह द्वारका के वेंक्टेश्वर स्कूल में शिक्षिका हैं। पति नवजोत सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में उप सचिव के पद पर कार्यरत थे।

पति के साथ गईं थीं बंगला साहिब गुरुद्वारा
14 सितंबर की दोपहर करीब सवा एक बजे वह पति के साथ बंगला साहिब गुरुद्वारा गईं थीं। दर्शन के उपरांत कर्नाटक भवन में खाना खाने के बाद वह घर लौट रहे थे। दोनों बाइक पर थे पति ने पगड़ी बांधी हुई थी और मैंने हेलमेट पहना हुआ था।
नवजोत सिंह को सिर, चेहरे और पैरों पर गंभीर चोटें
संदीप कौर ने बताया कि जैसे ही हमारी बाइक दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास पिलर नंबर 67 के करीब पहुंचे, तभी पीछे से तेज रफ्तार नीले रंग की बीएमडब्ल्यू कार ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि हम दोनों सड़क पर जा गिरे। नवजोत सिंह को सिर, चेहरे और पैरों पर गंभीर चोटें आईं, जबकि उनके हाथ-पैर टूट गए। सिर पर भी चोट आई। संदीप कौर ने बताया कि हादसे के बाद भी नवजोत सिंह सांस ले रहे थे। कार चला रही महिला जिसने अपना नाम गगनप्रीत कौर बताया। हम दोनों को एक चालक की मदद से एक वैन में डालकर ले जाने लगे।

ये खबर भी पढे –   “BMW ने मारी टक्कर, बाइक बस से टकराई; डिप्टी सेक्रेटरी की मौत, चश्मदीद ने सुनाई घटना”

 

बकौल संदीप कौर वह गगनप्रीत से लगातार गुहार लगा रही थी कि उन्हें पास के किसी अस्पताल लेकर चले लेकिन महिला ने उनकी नहीं सुनी। मुखर्जी नगर स्थित न्यूलाईफ अस्पताल में उसके परिचित मौजूद थे। उन्हें काफी देर तक स्ट्रेचर पर लिटा कर रखा गया।

कैब चालक को महिला ने आजादपुर चलने को कहा था
हादसे के चश्मदीद बने कैब ड्राइवर गुलफाम ने घटना का पूरा मंजर बयां किया है। गुलफाम ने बताया कि वह धौलाकुआं की तरफ से गाड़ी लेकर जा रहा था, तभी उसने सड़क पर अफरा-तफरी देखी। वहां सड़क पर लोग गिरे पड़े थे और उनकी मदद करने की कोशिश हो रही थी।

उसने तुरंत गाड़ी साइड में लगाई और घायलों को कार में बिठाने में हाथ बंटाया। गुलफाम ने बताया कि उसी समय बीएमडब्ल्यू कार चला रही महिला फोन पर किसी से बात कर रही थी और कह रही थी कि सब कुछ तैयार रखो। उसने जब पूछा कि किस अस्पताल जाना है, तो उसने जवाब नहीं दिया। कहा कि आजादपुर की तरफ चलो।

आरोपी ने कहा, घबराहट से हादसे की वजह याद नहीं
दिल्ली कैंट थाना पुलिस बीएमडब्ल्यू कार की महिला चालक गगनप्रीत को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह घटना के बाद घबरा गई थी। इस वजह से हादसे की वजह उसे याद नहीं है। हादसे के दौरान उनकी कार भी पलट गई थी। राहगीरों ने उन्हें गाड़ी से बाहर निकाला। लहूलुहान हालत में घायलों को सड़क पर पड़ा देखा तो उन्हें अस्पताल ले गई।

Check Also

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में “सिंदूर घोटाला”, दूल्हा-दुल्हन हैरान—अधिकारियों की सफाई पर उठे सवाल

जिला – गाज़ीपुररिपोर्ट – विकास शर्मा गाज़ीपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने …