Friday , December 5 2025

लगातार नौ दिन बढ़ा पांच मीटर जलस्तर, विश्वनाथ मंदिर द्वार से 12 सीढ़ी नीचे गंगा, नमो घाट तीसरे दिन भी बंद

वाराणसी में नौ दिन तक लगातार पांच मीटर बढ़ने के बाद बुधवार से गंगा का जलस्तर कम होने लगा। अब हर घंटे दो सेंटीमीटर गंगा का पानी नीचे आ रहा है। साथ ही वरुणा और अस्सी के पलट प्रवाह की गति पहले से कम हो गई फिर भी लोगों को अब भी राहत नहीं मिली है।वाराणसी में बुधवार को गंगा में उफान कम हुआ तो जलधारा सड़कों और गलियों से वापस घाटों की सीढ़ियों तक लौटने लगी है। गंगा बाबा विश्वनाथ मंदिर के गंगा द्वार से 12 सीढ़ी नीचे हैं। वहां ललिता घाट और दीवारें पूरी तरह से पानी में डूबी हैं।

नमो घाट बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी बंद रहा। किसी भी पर्यटक या श्रद्धालुओं को आने-जाने नहीं दिया गया। राजघाट की सड़क पर लगा पानी पीछे हटकर वापस सीढ़ियों पर चला गया। घाटों पर मंदिरों के शिखर का कुछ हिस्सा दिखने लगा है।मणिकर्णिका घाट की ओर से आया पानी अब गली में आश्रम के गेट से थोड़ा पीछे हो गया है। शवों को पानी के रास्ते नाव से ले जाकर छत पर अंत्येष्टि कराई जा रही। एक बार में 7-8 शव ही जल पा रहे हैं।

सामनेघाट की कॉलोनियों से लौट रहा पानी

दशाश्वमेध और शीतला घाट के बाहर सड़क तक पानी लगा हुआ है। लोग वहीं स्नान कर रहे हैं। अस्सी घाट को पार करके बाजार में पहुंची जलधारा अब जगन्नाथ मंदिर के द्वार तक आ गई है।
वहीं सामनेघाट पर महेश नगर समेत कई कॉलोनियों से पानी वापस लौटना शुरू हो चुका है, हालांकि सड़क पर करीब 200 मीटर तक गंगा का पानी 3-4 फीट तक लगा रहा। इससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतें हुईं।
राहत सामग्री न मिलने पर किया हंगामा

नगवा गंगोत्री विहार इलाके में बाढ़ में फंसे आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने बुधवार देर शाम राहत सामग्री न मिलने पर हंगामा कर दिया। नगवा प्राथमिक विद्यालय में बने राहत शिविर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
आरोप लगाया कि सरकार की ओर से मुहैया कराए जाने वाला जरूरी खाद्यान्न पदार्थ पानी उनको नहीं मिल पा रहा है। बाढ़ से पीड़ित हैं और खरीद कर खाने पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं। नगवा वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि डॉ. रविंद्र सिंह ने बताया कि गंगोत्री बिहार की एक लेन काफी सकरी है, जिससे वहां नाव नहीं जा सकी।
प्रसव से कराह रही महिला को चारपाई पर पहुंचाया पीएचसी
बाढ़ प्रभावित गोबरहा गांव की एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर चारपाई पर उठाकर पानी से बाहर लाया गया। चिरईगांव पीएचसी में भर्ती कराया गया। चौबेपुर के पिपरी गांव में छह जनरेटर के सहारे लोग रात गुजार रहे हैं। बेला धौरहरा मार्ग, बेला बर्थरा खुर्द मार्ग जलमग्न हो गया है। वहीं, बाढ़ के चलते गोबरहा गांव में सुनील को सांप ने डंस लिया। उसे कंधे पर उठाकर पानी पार कराया गया, जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया गया।

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