दशाश्वमेध और शीतला घाट के बाहर सड़क तक पानी लगा हुआ है। लोग वहीं स्नान कर रहे हैं। अस्सी घाट को पार करके बाजार में पहुंची जलधारा अब जगन्नाथ मंदिर के द्वार तक आ गई है।
वहीं सामनेघाट पर महेश नगर समेत कई कॉलोनियों से पानी वापस लौटना शुरू हो चुका है, हालांकि सड़क पर करीब 200 मीटर तक गंगा का पानी 3-4 फीट तक लगा रहा। इससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतें हुईं।
राहत सामग्री न मिलने पर किया हंगामा
नगवा गंगोत्री विहार इलाके में बाढ़ में फंसे आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने बुधवार देर शाम राहत सामग्री न मिलने पर हंगामा कर दिया। नगवा प्राथमिक विद्यालय में बने राहत शिविर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
आरोप लगाया कि सरकार की ओर से मुहैया कराए जाने वाला जरूरी खाद्यान्न पदार्थ पानी उनको नहीं मिल पा रहा है। बाढ़ से पीड़ित हैं और खरीद कर खाने पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं। नगवा वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि डॉ. रविंद्र सिंह ने बताया कि गंगोत्री बिहार की एक लेन काफी सकरी है, जिससे वहां नाव नहीं जा सकी।
प्रसव से कराह रही महिला को चारपाई पर पहुंचाया पीएचसी
बाढ़ प्रभावित गोबरहा गांव की एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर चारपाई पर उठाकर पानी से बाहर लाया गया। चिरईगांव पीएचसी में भर्ती कराया गया। चौबेपुर के पिपरी गांव में छह जनरेटर के सहारे लोग रात गुजार रहे हैं। बेला धौरहरा मार्ग, बेला बर्थरा खुर्द मार्ग जलमग्न हो गया है। वहीं, बाढ़ के चलते गोबरहा गांव में सुनील को सांप ने डंस लिया। उसे कंधे पर उठाकर पानी पार कराया गया, जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया गया।