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UP: हनुमान चालीसा का पाठ, जाति पूछते हैं…नवोदय के छात्रों ने इसलिए किया खुद को हाॅस्टल में बंद

नवोदय विद्यालय के बच्चों ने हॉस्टल के कमरे में खुद को बंद कर लिया। इसकी जानकारी के बाद हड़कंप मच गया। एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर वार्ता की, तब इन बच्चों ने अपनी समस्या बताते हुए गेट खोला। फिरोजाबाद के सिरसागंज में गुरैया सोयलपुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रधानाचार्य और सीनियर कक्षाओं के छात्रों के बीच कई दिनों से तनातनी चल रही थी। सुबह 8 बजे ही छात्रों ने उदयगिरी हॉस्टल के एक कमरे खुद को बंद कर लिया था। करीब 1 बजे दोपहर एसडीएम सुदर्शन कुमार जब बच्चों ने मिलने पहुंचे तो बच्चों ने एक घंटे तक सभी समस्याओं से अवगत कराया। एसडीएम ने एक घंटे तक बच्चों से वार्ता की।

एसडीएम के साथ सिरसागंज थाना पुलिस की टीम भी मौजूद थी। इतना ही नही बच्चों की खाने की शिकायत की जांच करने के लिये एसडीएम सुदर्शन कुमार ने गर्ल्स हास्टल का भी दौरा किया और छात्राओं से खाने और अन्य सुविधाओं को लेकर चर्चा की। प्रधानाचार्य से भी इन मुद्दों पर गहरी चर्चा करने के बाद एसडीएम एक बार फिर से छात्रों के बीच पहुंचे और उन्हे आश्वासन दिया कि सभी समस्याओं का निदान कर दिया गया है और कुछ बातों पर सुधार के लिए विद्यालय को भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि जूनियर क्लास के बच्चों के साथ वे प्रेम व्यवहार से रहें और अपनी पढ़ाई पर ध्यान लगाएं।

आरोप-प्रधानाचार्य जाति पूछते हैं, जबरन हनुमान चालीसा का पाठ कराते हैं
छात्रों का आरोप था कि जो कार्य विद्यालय के कर्मचारियों को करना चाहिए वो बच्चों से कराया जाता है फिर चाहे तो परिसर की घास की कटाई हो या सफाई। साथ ही बच्चों ने प्रधानाचार्य पर आरोप लगाया कि वे बच्चों से उनकी जाति पूछते हैं जबकि ऐसा नहीं होना चाहिऐ। साथ ही कुछ बच्चों ने कहा कि उन्हे जबरन हनुमान चालीसा का पाठ करने को कहा जाता है और यदि कोई छात्र मना करता है तो उसे पीटा जाता है।

प्रधानाचार्य बोले – कार्रवाई करने पर कुछ बच्चों ने किया ये काम
छात्रों के आरोपों पर बात करते हुए प्रधानाचार्य अरविंद कुमार उपाध्याय ने कहा कि शनिवार को उदयगिरी के सीनियर और नीलगिरी के जूनियर बच्चों के बीच झगड़ा हो गया था। इसके बाद दोनों पक्षों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी। इसी के चलते कुछ सीनियर बच्चों ने अन्य बच्चों को साथ लेकर उदयगिरी में खुद को बंद कर लिया है। प्रधानाचार्य ने कहा कि सरकार के निर्देश पर सप्ताह में एक दिन दलिया और सत्तू दिया जाता था साथ ही शनिवार को मैस मीटिंग भी हुई जिसमें बच्चों के मीनू को स्वीकार कर लिया गया था। हनुमान चालीसा को लेकर प्रधानाचार्य का कहना है कि बच्चों के कहने पर ही इस सत्र में एक बार हनुमान चालीसा कराया था। उनका कहना है कि कुछ छात्र अनुशासनहीनता कर रहे थे और कई बच्चों ने स्मार्ट बोर्ड का दुरुपयोग करते पकड़ा था। इस कारण ही कुछ बच्चों ने अन्य बच्चों को अपने साथ मिलाकर ये किया है।

एसडीएम सिरसागंज सुदर्शन कुमार ने कहा कि सभी छात्रों से बात कर उनकी समस्याओं को जाना है। विद्यालय को निर्देश दिये हैं कि बच्चों से सफाई आदि कार्य न कराए जाएं साथ ही बच्चों की समस्याओं की जानकारी के लिए एक शिकायत पेटिका भी विद्यालय में लगाई जाएगी। बच्चों की खाना, बाथरूम संबंधी समस्याओं का निस्तारण जल्द किया जाएगा। कुछ बच्चों विद्यालय में जातिभेद और हनुमान चालीसा का मुददा उठाया था इस पर जांच की जा रही है।

अभिभावक पहुंचे विद्यालय
शनिवार को जूनियर और सीनियर बच्चों के बीच हुए विवाद में कक्षा 7 और 8 के तीन बच्चों के अभिभावक भी विद्यालय पहुंचे और उन्होंने एसडीएम को बताया कि उनके बच्चों के साथ विद्यालय के सीनियर बच्चे अक्सर मारपीट करते हैं। एसडीएम ने अभिभावकों की शिकायतों को लेकर भी सीनियर छात्रों से बात की।

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